तिलहन निर्यातकों ने आभासी प्रदर्शनी लगाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय से आईटी मंच विकसित करने की मांग की
By भाषा | Updated: November 18, 2020 22:20 IST2020-11-18T22:20:49+5:302020-11-18T22:20:49+5:30

तिलहन निर्यातकों ने आभासी प्रदर्शनी लगाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय से आईटी मंच विकसित करने की मांग की
नयी दिल्ली, 18 नवंबर तिलहन निर्यातक संस्था आईओपीईपीसी ने बुधवार को वाणिज्य मंत्रालय से कहा कि आभासी मेला और प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए आईटी मंच (प्लेटफॉर्म) विकसित किया जाए क्योंकि कोविड -19 महामारी की वजह से प्रतिबंधों के कारण यात्रा करना मुश्किल हो गया है।
भारतीय तिलहन एवं उत्पाद निर्यात संवर्धन परिषद (आईओपीईपीसी) के अध्यक्ष खुशवंत जैन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण, दुनिया के किसी भी हिस्से में व्यापार प्रदर्शनी या मेले आयोजित नहीं किए जाएंगे।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को कहा, ‘‘लेकिन हमें दुनिया के लिए अपने उत्पादों का प्रदर्शन करना चाहिए और अधिक से अधिक निर्यात करना चाहिए। इस संबंध में, परिषद ने सुझाव दिया है कि वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आभासी प्रदर्शनियों को आयोजित करने के लिए एक मंच विकसित किया जाना चाहिए और विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों को बारी-बारी से दिया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि मंच का उपयोग आने वाले कई वर्षों के लिए किया जा सकता है और ऑनलाइन व्यापार शो से निर्यातकों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी।
जैन ने कंटेनर की कमी के मुद्दे को हल करने के लिए सरकारी हस्तक्षेप की मांग की क्योंकि निर्यातकों को अपने आदेशों को निष्पादित करने में मुश्किल हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को इन कठिनाइयों को तत्काल आधार पर हल करना चाहिए क्योंकि कृषि उत्पादों के लिए नए फसल का मौसम शुरू हो गया है।’’
निर्यात के बारे में, उन्होंने कहा कि मूंगफली की मांग पूर्व- कोविड-19 के स्तर पर लौट आई है और निर्यात 2020-21 में 10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि निर्यातकों को चीन, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप से अच्छे ऑर्डर मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘खरीफ 2020 के दौरान बम्पर मूंगफली की फसल के साथ, भारत को अमेरिका और अर्जेंटीना जैसे अन्य प्रतिस्पर्धी मूलों की तुलना में सस्ता माना जाता है। निर्यात के संबंध में पूछताछ जारी है और अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं।’’
भारत द्वारा निर्यात किए जाने वाले मुख्य तिलहनों में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरंडी, नीगर और सूरजमुखी हैं।
भारत के लिए प्रमुख निर्यात गंतव्य इंडोनेशिया, चीन, मलेशिया, फिलीपींस और यूरोपीय संघ हैं।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश प्रमुख तिलहन उत्पादक राज्य हैं।
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