कर्ज बोझ से दबी डीएचएफएल के लिए ओकट्री ने सबसे ऊंची बोली लगाई

By भाषा | Updated: December 14, 2020 23:30 IST2020-12-14T23:30:16+5:302020-12-14T23:30:16+5:30

Oaktree bids highest for DHFL, burdened with debt | कर्ज बोझ से दबी डीएचएफएल के लिए ओकट्री ने सबसे ऊंची बोली लगाई

कर्ज बोझ से दबी डीएचएफएल के लिए ओकट्री ने सबसे ऊंची बोली लगाई

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर अमेरिका की कंपनी ओकट्री ने कर्ज के बोझ से दबी डीएचएफएल के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई है। डीएचएफएल फिलहाल दिवाला प्रक्रिया में है। डीएचएफएल के अधिग्रहण के लिए नए सिरे से बोलियां मांगी गई थीं। पीरामल एंटरप्राइजेज और अडाणी ग्रुप को पीछे छोड़ते हुए ओकट्री ने सबसे ऊंची बोली लगाई है।

ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने संशोधित बोलियां देने के लिए 14 दिसंबर की समयसीमा तय की थी।

सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि ओकट्री ने अपनी बोली को बढ़ाकर 36,646 करोड़ रुपये कर दिया है। इसमें 1,000 करोड़ रुपये बीमा के और 3,000 करोड़ रुपये अर्जित ब्याज के शामिल हैं। वहीं पीरामल एंटरप्राइजेज ने 35,550 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इसमें 300 करोड़ रुपये बीमा और 3,000 करोड़ रुपये अर्जित ब्याज के हैं।

सूत्रों ने बताया कि ओकट्री ने डीएचएफएल के लिए सशर्त पेशकश की है। वहीं अडाणी समूह ने अपनी बोली को बढ़ाकर 33,100 करोड़ रुपये किया है। इसमें 250 करोड़ रुपये बीमा के और 3,000 करोड़ रुपये अर्जित ब्याज के हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल नवंबर में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. (डीएचएफएल) को दिवाला प्रक्रिया के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास भेजा था। डीएचएफएल पहली वित्तीय कंपनी है जिसे रिजर्व बैंक ने धारा 227 में विशेष अधिकारों के तहत एनसीएलटी के पास भेजा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Oaktree bids highest for DHFL, burdened with debt

कारोबार से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे