टमाटर ही नहीं किचन के कई और सामान भी लोगों की जेब कर रहे ढीली, एक साल में काफी बढ़ गए दाम, देखें लिस्ट

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 4, 2023 01:24 PM2023-08-04T13:24:38+5:302023-08-04T13:26:04+5:30

हाल के दिनों में टमाटर की ऊंची कीमतें चर्चा में हैं। हालांकि, आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में कई और राशन के सामान आदि के दाम काफी बढ़े हैं। सरकारी आंकड़े भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं।

Not only tomatoes, many other kitchen items prices also increased high in a year | टमाटर ही नहीं किचन के कई और सामान भी लोगों की जेब कर रहे ढीली, एक साल में काफी बढ़ गए दाम, देखें लिस्ट

लोगों पर महंगाई की मार (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: बारिश के कारण कम आपूर्ति की वजह से टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी भले ही अभी चर्चा का मुख्य विषय बनी हुई है लेकिन लेकिन सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि आलू को छोड़कर कई अन्य प्रमुख खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी काफी वृद्धि हुई है। 

खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से इस सप्ताह संसद को बताया कि पिछले एक साल में तुअर दाल की कीमतों में अधिकतम 28% की वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद चावल (10.5%), उड़द दाल और आटा (प्रत्येक मामले में 8%) के दामों में भी काफी वृद्धि हुई है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को चावल की औसत खुदरा कीमत 41 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो एक साल पहले 37 रुपये थी।

मंत्रालय ने तुअर दाल की कीमत में बढ़ोतरी के लिए घरेलू उत्पादन में कमी को जिम्मेदार ठहराया है। इसमें कहा गया है कि 2022-23 फसल वर्ष के लिए कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान में पिछले फसल वर्ष के दौरान 42.2 लाख टन की तुलना में तुअर दाल का उत्पादन 34.3 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है। 

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मूल्य निगरानी सेल के अनुसार गुरुवार को तुअर दाल की औसत खुदरा कीमत 136 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि पिछले साल यह 106.5 रुपये प्रति किलोग्राम थी। उड़द दाल की कीमत पिछले साल के 106.5 रुपये से बढ़कर 114 रुपये प्रति किलो हो गई है। मूंग दाल की कीमत भी अब 102 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल 111 रुपये थी।


मंत्रालय ने कहा कि सब्जियों में आलू की पूरे भारत में औसत खुदरा कीमत पिछले साल की तुलना में लगभग 12% कम है जबकि प्याज की कीमत एक साल पहले की तुलना में लगभग 5% अधिक है। 

टमाटर की कीमतों पर, मंत्रालय ने कहा, 'हाल के हफ्तों में फसल की मौसमी स्थिति, कोलार में व्हाइट फ्लाई की बीमारी, देश के उत्तरी हिस्से में मानसून की बारिश के तत्काल आगमन जैसे कारकों के संयोजन के कारण हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में टमाटर की फसलें प्रभावित हुईं और भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में सप्लाई भी बाधित हुई, जिससे कीमतें ज्यादा बढ़ीं। 

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि गुरुवार को टमाटर की औसत कीमत 140 रुपये प्रति किलो थी, जो कि पिछले साल 34 रुपये थी। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जहां टमाटर की अधिकतम कीमत 257 रुपये प्रति किलो थी, वहीं दिल्ली में यह 213 रुपये और मुंबई में 157 रुपये प्रति किलो बिक रहा था।

Web Title: Not only tomatoes, many other kitchen items prices also increased high in a year

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