मदर डेयरी ने दी राहत, सोयाबीन, राइस ब्रान तेल के अधिकतम खुदरा मूल्य में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 7, 2022 08:26 PM2022-07-07T20:26:05+5:302022-07-07T20:33:18+5:30
सरकार ने खाद्य तेल कंपनियों को आयातित खाद्य तेल के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में एक सप्ताह के अंदर 10 रुपये प्रति लीटर तक की और कटौती करने का निर्देश दिया था।
नई दिल्लीः मदर डेयरी ने ग्राहकों को राहत दी है। सोयाबीन, राइस ब्रान तेल के अधिकतम खुदरा मूल्य में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है। भारत अपनी खाद्य तेल जरूरत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, छह जुलाई को पाम तेल का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 144.16 रुपये प्रति किलो, सूरजमुखी तेल का 185.77 रुपये प्रति किलो, सोयाबीन तेल का 185.77 रुपये प्रति किलो, सरसों तेल का 177.37 रुपये प्रति किलो और मूंगफली तेल का 187.93 रुपये प्रति किलो था।
वैश्विक स्तर पर कीमतों में भारी गिरावट के बीच सरकार ने खाद्य तेल कंपनियों को आयातित खाद्य तेल के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में एक सप्ताह के अंदर 10 रुपये प्रति लीटर तक की और कटौती करने का निर्देश दिया था। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को भी इसकी जानकारी है।
Mother Dairy cuts MRP of soyabean, rice bran oils by up to Rs 15 per litre: Statement
— Press Trust of India (@PTI_News) July 7, 2022
वैश्विक बाजार में खाद्य तेलों के दाम काफी नीचे आए हैं। खाद्य तेल निर्माताओं ने पिछले महीने कीमतों में 10-15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की थी और इससे पहले वैश्विक बाजार से संकेत लेते हुए एमआरपी में भी कमी की थी। कुछ कंपनियां पैकेज पर लिख रही हैं कि खाद्य तेल 15 डिग्री सेल्सियस पर पैक किया जाता है।
इस तापमान पर तेल फैलता है और वजन कम होता है। आदर्श रूप से उन्हें 30 डिग्री सेल्सियस पर पैक करना चाहिए। 15 डिग्री सेल्सियस पर पैक करने से तेल फैलता है और वजन कम होता है। लेकिन कम वजन पैकेज पर नहीं छपा है, जो अनुचित व्यापार प्रथा है। उदाहरण के लिए कंपनियां यह कहते हुए छपाई कर रही हैं कि 910 ग्राम का खाद्य 15 डिग्री सेल्सियस पर पैक किया जाता है, लेकिन वास्तविक वजन 900 ग्राम से कम होगा।