Market Capitalization: टूटे सभी रिकॉर्ड, बाजार पूंजीकरण 4,34,88,147.51 करोड़ रुपये, निवेशक मालामाल, संपत्ति में 7.93 लाख करोड़ की बढ़ोतरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 14, 2024 18:38 IST2024-06-14T18:37:17+5:302024-06-14T18:38:16+5:30
Market Capitalization: तीन दिनों की तेजी के दौर में निवेशकों की संपत्ति में कुल 7.93 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

सांकेतिक फोटो
Market Capitalization: शेयर बाजार में तीन सत्रों से जारी तेजी के बीच बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 434.88 लाख करोड़ रुपये के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया। बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन तेजी के साथ नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स 181.87 अंक यानी 0.24 प्रतिशत चढ़कर 76,992.77 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 270.4 अंक या 0.35 प्रतिशत बढ़कर 77,081.30 पर पहुंच गया था। शेयर बाजार में इस तेजी के चलते बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 4,34,88,147.51 करोड़ रुपये के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। तीन दिनों की तेजी के दौर में निवेशकों की संपत्ति में कुल 7.93 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि बाजार के सकारात्मक रुख ने प्रमुख शेयर सूचकांकों को नई ऊंचाइयां छूने में मदद की। इस दौरान उन्होंने चुनिंदा शेयरों में खरीदारी की। उन्होंने कहा कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में नए सिरे से खरीदारी देखी जा रही है, जबकि लार्जकैप शेयरों को उच्च मूल्यांकन संबंधी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
निर्यात के उत्साहजनक आंकड़ों के बीच शुक्रवार को एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों में लिवाली आने से लगातार तीसरे सत्र में भी तेजी जारी रही। इसके असर में घरेलू बाजारों के मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 181.87 अंक यानी 0.24 प्रतिशत चढ़कर 76,992.77 अंक के नए उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 270.4 अंक यानी 0.35 प्रतिशत चढ़कर 77,081.30 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 66.70 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,465.60 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान एक समय यह 91.5 अंक बढ़कर 23,490.40 अंक के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। साप्ताहिक आधार पर बीएसई 299.41 अंक या 0.39 प्रतिशत चढ़ा, जबकि निफ्टी में 175.45 अंक या 0.75 प्रतिशत का उछाल आया। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से आक्रामक टिप्पणी के बाद नए कदमों की कमी के कारण बाजार की गति में अस्थायी रूप से गिरावट आई है। इससे अल्पावधि में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई है।
निकट अवधि में मजबूती की संभावना है क्योंकि घरेलू निवेशक आगामी केंद्रीय बजट से संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।’’ सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और एशियन पेंट्स के शेयरों में सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई।
दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, लार्सन एंड टूब्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया। घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को आए अनुकूल निर्यात आंकड़ों से भी प्रभावित हुआ। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में वस्तु निर्यात नौ प्रतिशत बढ़कर 38.13 अरब डॉलर हो गया।
इस दौरान देश का आयात 7.7 प्रतिशत बढ़कर 61.91 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.18 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 1.03 प्रतिशत चढ़ा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘एशियाई शेयरों में शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा।
बैंक ऑफ जापान के अपने बॉन्ड खरीद कार्यक्रम में निकट भविष्य में कोई बदलाव नहीं करने के संकेत से जापानी शेयरों में तेजी आई। वहीं चीनी बाजारों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।’’ एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की तथा चीन का शंघाई कम्पोजिट फायदे में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा।
अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे। यूरोपीय बाजारों में दोपहर के कारोबार तक गिरावट दर्ज की गई। इस बीच, भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच खाद्य वस्तुओं और महंगी विनिर्मित वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से मई के महीने में थोक मुद्रास्फीति बढ़कर 15 महीने के उच्चतम स्तर 2.61 प्रतिशत पर पहुंच गई।
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति लगातार तीन महीने से बढ़ रही है। अप्रैल में यह 1.26 प्रतिशत और मई 2023 में यह शून्य से 3.61 प्रतिशत नीचे रही थी। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.65 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,033 करोड़ रुपये की कीमत के शेयरों की बिक्री की। बकरीद के अवसर पर सोमवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे।