IT Sector 2022: दिग्गज आईटी कंपनियां का हाल, ऑफर लेटर को कर रहे रद्द, नए कर्मचारियों पर आफत!, जानें क्या है कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 3, 2022 04:23 PM2022-10-03T16:23:24+5:302022-10-03T16:25:10+5:30
IT Sector 2022: बिजनेसलाइन की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि महीनों तक ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में देरी के बाद छात्रों को दिए गए ऑफर लेटर को रद्द कर दिया है।
IT Sector 2022: आईटी क्षेत्र में रोज कुछ ना कुछ हो रहा है। कई दिग्गज आईटी कंपनियां नए कर्मचारियों की ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया को टाल रही हैं। विप्रो, इंफोसिस और टेक महिंद्रा सहित आईटी कंपनियों ने कई उम्मीदवारों की ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में महीनों की देरी के बाद कथित तौर पर उनके ऑफर लेटर को रद्द कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेक दिग्गजों से ऑफर पाने वाले सैकड़ों फ्रेशर्स ने ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में लगभग 3-4 महीने की देरी के बाद अपने ऑफर लेटर को रद्द होते देखा है। बिजनेसलाइन की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि महीनों तक ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में देरी के बाद छात्रों को दिए गए ऑफर लेटर को रद्द कर दिया है।
कई युवाओं ने कहा कि आईटी कंपनियों से ऑफर मिले हैं, लेकिन भर्ती नहीं कराने के कारण मानसिक और वित्तीय हाल का सामना करना पड़ रहा है। ये ऑफर पिछले साल सितंबर में मिले थे। एक साल से ज्यादा हो गया है। पिता की कमाई कम होने से मानसिक हालत खराब है।
छात्रों का दावा है कि उन्होंने करीब 3-4 महीने पहले टॉप टेक कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई किया था। साक्षात्कार के दौर के बाद उन्हें प्रस्ताव पत्र मिले और वह अपनी ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आईटी फर्मों द्वारा ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में महीनों तक देरी हो रही है।
आईटी फर्मों द्वारा अपने ऑफर लेटर को ऑनबोर्ड करने या वापस लेने में देरी की खबरें ऐसे समय में आई हैं, जब दुनिया भर में आईटी उद्योग में मंदी की बात हो रही है। पैसे की आपूर्ति सख्त होने के कारण दुनिया भर में ब्याज दरें बढ़ रही हैं। कई कंपनियों ने हायरिंग फ्रीज कर दी है। यहां तक कि गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसे दिग्गजों ने भी नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी है।