भारत ने कतर से 2015 के एलएनजी कार्गो की अब आपूर्ति मांगी
By भाषा | Updated: October 20, 2021 20:45 IST2021-10-20T20:45:47+5:302021-10-20T20:45:47+5:30

भारत ने कतर से 2015 के एलएनजी कार्गो की अब आपूर्ति मांगी
नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर वैश्विक स्तर पर ऊर्जा संकट के बीच भारत ने अपने सबसे बड़े गैस आपूर्तिकर्ता कतर से 2015 के 50 एलएनजी कार्गो की आपूर्ति अब करने को कहा है। छह साल पहले इसे काफी अधिक महंगा माना गया था।
देश की सबसे बड़ी तरलीकृत गैस आयातक पेट्रोनेट एलएनजी ने कतर से 2022 में उन 50 कार्गो की आपूर्ति करने को कहा है, जिसे उसने 2015 में नहीं लिया था। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय कुमार सिंह ने सेरा वीक के इंडिया एनर्जी फोरम में अलग से यह जानकारी दी।
भारत दीर्घावधि के करार के तहत कतर से सालाना 75 लाख टन या 115 कार्गो एलएनजी का आयात करता है। ये 50 कार्गो इससे अलग हैं।
भारत ने 2015 में इन 50 कार्गो की आपूर्ति नहीं ली थी और उसने कतर से दीर्घावधि के अनुबंध के मूल्य के लिए नए सिरे से बातचीत शुरू की थी। कतर ने उस समय इस शर्त के साथ कीमतों के फॉर्मूला में संशोधन की अनुमति दी थी कि भारत उससे सालाना आधार पर 10 लाख टन एलएनजी और खरीदेगा।
जहां तक इस कार्गो का सवाल है तो भारत अनुबंध की अवधि तक इसका कभी भी उठाव कर सकता है। यह अनुबंध 2028 में समाप्त होना है। यदि कतर इस आग्रह को पूरा नहीं कर पाता है, तो इस कार्गो की आपूर्ति 2029 में की जा सकती है।
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