कोलकाता, एक जुलाई बांग्लादेश में संयुक्त उद्यम के जरिये लगायी जा रही एनटीपीसी लि. की तापीय बिजली परियोजना के लिये कोयले की पहली खेप यहां के बंदरगाह से अगले दो-तीन दिनों में पड़ोसी देश के मोंगला बंदरगाह भेजी जाएगी। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बीआईएफपीसी (बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी) 1,320 मेगावाट क्षमता की रामपल बिजली संयंत्र लगा रही है। यह भारत की एनटीपीसी लि. और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड की संयुक्त उद्यम है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह (पूर्व में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट) के उपाध्यक्ष ए के मेहरा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘धनबाद से कोलकाता बंदरगाह पर पहला कोयले का रैक पहुंचा है और फिलहाल इसे उतारा जा रहा है। इसे अगले दो तीन दिनों में रामपल बिजली संयंत्र के लिये मोंगला बंदरगाह भेजा जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि परीक्षण के तौर पर यह पहली खेप है।
मेहरा ने कहा, ‘‘प्रत्येक रैक में 3,800 टन कोयला है। इस बंदरगाह से कोयले का यह पहला निर्यात है।’’
सूत्रों ने कहा कि बीआईएफपीसी की कोयला चालित बिजली इकाई दिसंबर 2020 में चालू होनी थी लेकिन परियोजना के क्रियान्वयन में विलम्ब हुआ है।
उसने कहा कि बांग्लादेश की सबसे बड़ी बिजली परियोजना को चालू करने के लिये समयसीमा एक साल बढ़ा दी गयी है। इस परियोजना को मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है।
सूत्रों के अनुसार इकाई के पूर्ण क्षमता के साथ चालू होने पर कोलकाता बंदरगाह से प्रति महीने 20,000 टन कोयले का परिवहन किया जाएगा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।