कोविड संकट के बीच रेस्त्रां मालिकों ने मॉल मालिकों से समर्थन की गुहार लगाई
By भाषा | Updated: May 19, 2021 18:35 IST2021-05-19T18:35:45+5:302021-05-19T18:35:45+5:30

कोविड संकट के बीच रेस्त्रां मालिकों ने मॉल मालिकों से समर्थन की गुहार लगाई
नयी दिल्ली 19 मई नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने पत्र लिख कर मॉल मालिकों और अन्य जमींदारों से कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण उत्पन्न हुई गंभीर परिस्थितियों में उन्हें समर्थन दिये जाने का आग्रह किया है।
एनआरएआई ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘कोरोना संक्रमण के कारण लगे पहले लॉकडाउन में रेस्त्रां उद्योग विभिन्न संबंधित पक्षों के सामूहिक प्रयासों से किसी तरह बचने में सफल हो गया था। इस बार भी इस तरह के कदम की जरुरत है ताकि रेस्त्रां बंद होने और लोगों की नौकरी को बचाया जा सके।’’
उसने कहा, ‘‘संघ ने सभी मॉल मालिकों और अन्य जमीदारों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिख कर व्यवसायों को बंद होने से रोकने के लिए तत्काल कुछ उपायों करने के सुझाव दिये हैं ताकि कारोबारियों के मजबूर होकर मरने और अपने पीछे अधूरे सपने छोड़ जाने, नौकरियों के नुकसान और बड़े पैमाने पर अवांछित मुकदमेबाजी को रोका जा सके।’’
एनआरएआई ने सुझाव देते हुए कहा कि व्यक्तिगत संपत्ति मालिकों और किरायेदारों के बीच वाणिज्यिक शर्तों के बावजूद लॉकडाउन की अवधि के दौरान किराए और रखरखाव वाली रकम में पूरी तरह से छूट दी जानी चाहिए।
संघ ने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद छह महीने तक न्यूनतम गारंटी किराये की बजाय शुद्ध राजस्व हिस्सेदारी मॉडल पर काम किया जाना चाहिए।
एनआरएआई के अध्यक्ष अनुराग कटारिया ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच होटल और रेस्त्रां उद्योग के अस्तित्व को बचाने के लिए राजस्व हिस्सेदारी एक बहुत ही उचित मॉडल है। इस तरह से अधिक व्यापार होने पर मॉल मालिकों को नुकसान नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा कि एनआरएआई को उम्मीद है कि संकट के इस समय में व्यापार भागीदार मॉल मालिक और अन्य संपत्ति मालिक इस बार भी उनकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ायेंगें।
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