जीएसआरई पूर्वी, पश्चिमी देशों के ग्राहकों के साथ बातचीत के दौर में : चेयरमैन वी. के. सक्सेना

By भाषा | Updated: November 3, 2020 21:33 IST2020-11-03T21:33:29+5:302020-11-03T21:33:29+5:30

GSRE in conversation with customers from Eastern, Western countries: Chairman V.K. Saxena | जीएसआरई पूर्वी, पश्चिमी देशों के ग्राहकों के साथ बातचीत के दौर में : चेयरमैन वी. के. सक्सेना

जीएसआरई पूर्वी, पश्चिमी देशों के ग्राहकों के साथ बातचीत के दौर में : चेयरमैन वी. के. सक्सेना

कोलकाता, तीन नवंबर देश से रक्षा उत्पादों का विनिर्माण और निर्यात बढ़ाने के उद्येश्य से सरकारी पोत विनिर्माता गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) कई देशों से ग्राहक बनाने के प्रयास में लगी है और इसपर आशान्वित है। यह बात कंपनी के चेयरमैन रीयर एडमिरल वी. के. सक्सेना ने कही।

सक्सेना ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी जीआरएसई देश के 2024-25 तक पांच अरब डॉलर के रक्षा निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभाएगी।

उन्होंने कहा कि जीआरएसई के पास भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल से मिला 26,544 करोड़ रुपये का ऑर्डर है। वह फिलीपींस और कुछ अन्य देशों के साथ भी बातचीत कर रही है।

सक्सेना ने कहा, ‘‘ जीआरएसई निर्यात पहल की दिशा में कठिन परिश्रम कर रही है। अगले कुछ महीनों में इस संबंध में अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है।’’ हालांकि उन्होंने इसके बारे में जानकारी देने से मना कर दिया।

सक्सेना ने कहा, ‘‘ हम अपने प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से पूर्व में फिलीपींस और कुछ अन्य देशों के साथ बातचीत के दौर में है। वहीं पश्चिम में भी हम कुछ ग्राहकों के साथ संपर्क में हैं।’’

बांग्लादेश के साथ संभावित सौदे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कंपनी को उनकी सेना के लिए बेली ब्रिज बनाने का ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

सक्सेना ने कहा, ‘‘ हमने खुलना शिपयार्ड के साथ पहले ही सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। हम वहां पर अपने उच्चायुक्त के भी संपर्क में है। हमें बांग्लादेश की सेना से बेली पुल बनाने के कुछ ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। कुछ और भी मुद्दे हैं जिस पर बांग्लादेश ने रुचि दिखायी है।’’

कंपनी के पास मौजूदा ऑर्डर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी तीन बड़े ऑर्डर पर काम कर रही है। उसके पास 26,455 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं।

उन्होंने कहा कि कंपनी तीन पी17ए स्टील्थ युद्धक पोत, चार निगरानी नौका, आठ उथले पानी में काम करने वाली पनडुब्बी रोधी युद्धक पोत का निर्माण कर रही है।

Web Title: GSRE in conversation with customers from Eastern, Western countries: Chairman V.K. Saxena

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