आर्थिक वृद्धि में गिरावट के बीच सरकार के प्रोत्साहन ओए उपायों के चलते लगातार तीसरे महीने की गिरावट के बाद नवंबर 2019 में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन ने 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर लिया। दरअसल, नवंबर 2019 के लिए सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,03,492 करोड़ रुपये है। जबकि CGST संग्रह 19,592 करोड़ रुपये, SGST 27,144 करोड़ रुपये, IGST 49,028 करोड़ रुपये (आयात पर एकत्र 20,948 करोड़ रुपये) और उपकर 7,727 करोड़ रुपये (आयातों के लिए एकत्र 869 करोड़ रुपये सहित) है। रविवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
लगातार गिरावट के बाद जीएसटी राजस्व ने नवंबर 2018 की तुलना में नवंबर 2019 में 6% की वृद्धि के साथ एक प्रभावशाली वसूली देखी गई है। बता दें कि जीएसटी संग्रह अक्टूबर में 5.29 प्रतिशत गिरावट के साथ 95,380 करोड़ रुपये रहा। अक्टूबर 2019 में कुल जीएसटी संग्रह 95,380 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 17,582 करोड़ रुपये, राज्य जीएएसटी (एसजीएसटी) 23,674 करोड़ रुपये, समन्वित जीएसटी (आईजीएसटी) 46,517 करोड़ रुपये (इसमें 21,446 करोड़ रुपये आयातित माल से प्राप्त हुए) और उपकर का हिस्सा 7,607 करोड़ रुपये (774 करोड़ रुपये आयात पर) रहा।
पिछले साल अक्टूबर में संग्रह 1,00,710 करोड़ रुपये था। यह लगातार तीसरा महीना था जब जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से नीचे रहा। जबकि सितंबर में जीएसटी संग्रह 91,916 करोड़ रुपये था। जीएसटी संग्रह की शुरुआत के बाद से नवंबर 2019 तीसरा सबसे अधिक मासिक संग्रह करने वाला महीना है. इससे पहले केवल अप्रैल 2019 और मार्च 2019 के संग्रह में बढ़ोतरी देखी गई थी ।