Global Investors Summit 2023: लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, पीएम मोदी करेंगे शुरुआत, शाह और राजनाथ सहित केंद्र के 21 मंत्री होंगे शामिल
By राजेंद्र कुमार | Published: February 9, 2023 08:03 PM2023-02-09T20:03:09+5:302023-02-09T20:04:20+5:30
Global Investors Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यहां शुरू हो रहे तीन दिन के वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) का उद्घाटन करेंगे जिसमें मुख्यमंत्री और प्रमुख उद्योगपति मौजूद रहेंगे.
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 10 से 12 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 में कल यानी शुक्रवार को 22 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव राज्य में आने का ऐलान किया जाएगा. शुक्रवार से शुरु होने वाले इस वैश्विक निवेशक सम्मेलन उद्घाटन सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा.
इस समिट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्र के 21 वरिष्ठ मंत्री शामिल होंगे. समिट का समापन 12 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के भाषण से होगा. लखनऊ के वृंदावन योजना मैदान में होने वाले इस समिट में देश और विदेश के बड़े उद्यमी, बैंकर्स, विशेषज्ञों, अधिकारियों व अन्य प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए यूपी के विजन का खांका खीचेंगे.
यूपी और देश के अब तक के सबसे बड़े ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 में पार्टनर देशों के तौर पर नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, यूएई, इटली, यूनाइटेड किंगडम और मारीशस से निवेशकों व उद्यमियों का बड़ा दल भाग लेने आ रहा है. इसके आलावा मुकेश अंबानी और गौतम अदानी सहित देश के बड़े औद्योगिक घरानों के मुखिया भी समिट में हिस्सा लेने आ रहे हैं.
तीन दिनों तक चलने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन स्थल के समारोह स्थल को सात हिस्सों में बांटा गया है. जहां पहले हिस्से में 10000 लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है वहीं बाकी के हिस्सों में विभिन्न सत्रों के आयोजन के साथ प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी. सूबे की योगी सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 के लिए पहले 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा था.
विदेशों में हुए सफल रोड शो के बाद इस लक्ष्य को बढ़ाकर 17 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया. सरकार के दावे के अनुसार अब तक प्रदेश को 22 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं. अब कहा जा रहा है कि तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन के दौरान यह आंकड़ा और भी बढ़ेगा.
राज्य के औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार के अनुसार, प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए अब तक 14000 से ज्यादा एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं. निवेश के लिए बड़ी तादाद में छोटे व मझोले उद्यमी सामने आए हैं. एमएसएमई सेक्टर में करीब 12,000 निवेशकों ने उद्यम लगाने की इच्छा जताई है.
यह उद्यमी प्रदेश में 1.20 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. प्रदेश में सबसे ज्यादा रोजगार इन छोटे निवेशक के जरिए ही पैदा होने वाला है. एक अनुमान के अनुसार 1.20 लाख करोड़ के निवेश के साथ एमएसएमई क्षेत्र में प्रदेश में 1.30 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी. एमएसएमई के अलावा 1400 से ज्यादा उद्यमियों ने अब तक 10 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए हैं.
प्रदेश में 1000 से ज्यादा निवेशकों ने 50 करोड़ रुपये से लेकर 200 करोड़ रुपये तक का निवेश करने का प्रस्ताव सरकार को दिया है. इनके अलावा 150 निवेशक ऐसे हैं जिन्होने 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं और 400 निवेशकों ने 500 करोड़ रुपए की परियोजना लगाने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा है.
प्रदेश में सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव ऊर्जा और शिक्षा क्षेत्र में मिले हैं. करीब 3.40 लाख करोड़ रुपये निवेश करने के प्रस्ताव ऊर्जा के क्षेत्र मिले हैं. जबकि शिक्षा के क्षेत्र में 1.57 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ ही उद्योगपति मुकेश अंबानी, के. चंद्रशेखरन, कुमार मंगलम बिड़ला और आनंद महिंद्रा संबोधित करेंगे.