बाजार के लिये शुक्रवार रहा शानदार; सेंसेक्स 56,000 अंक के पार पहुंचा, रुपया 53 पैसे उछला
By भाषा | Published: August 27, 2021 11:19 PM2021-08-27T23:19:17+5:302021-08-27T23:19:17+5:30
बाजार के लिये माह का अंतिम शुक्रवार शानदार रहा। जहां शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक-सेंसेक्स और निफ्टी नई रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए, वहीं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में 53 पैसे का जोरदार उछाल आया। रुपये में यह उछाल चार महीने से अधिक समय में किसी एक दिन में सर्वाधिक है।घरेलू शेयर बाजारों में तेजी तब आयी जब वैश्विक बाजारों में रुख मिला-जुला रहा। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख का कारण निवेशकों को जैक्सन होल आर्थिक संगोष्ठी में अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर फेडरल रिजर्व के चेयरमैन की टिप्पणी और भविष्य में नीतियों में बदलाव के बारे में स्पष्टता की प्रतीक्षा थी। फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने शुक्रवार को महामारी के कारण उत्पन्न भीषण संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिये शुरू किये गये अभूतपूर्व कदमों को समाप्त किये जाने का संकेत दिया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुक्रवार को 175.62 अंक यानी 0.31 प्रतिशत मजबूत होकर नये रिकार्ड 56,124.72 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 68.30 अंक यानी 0.41 प्रतिशत मजबूत होकर अब तक के उच्चतम स्तर 16,705.20 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण भी उच्चस्तर पर पहुंच गया। वहीं अंतर बैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 73.69 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपये की विनिमय दर में चार महीने से अधिक समय में एक दिन में आयी यह सबसे बड़ी तेजी है। इसका मुख्य कारण पूंजी प्रवाह की उम्मीद में विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली है। विशेषज्ञों का मानना है कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ और बीपीसीएल में विनिवेश तथा संपत्ति मौद्रिकरण योजना के साथ घरेलू बाजारों में तेजी बने रहने की उम्मीद है। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंट) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि जुलाई महीने में मासिक आधार पर नियुक्ति में चार प्रतिशत की वृद्धि की रिपोर्ट से कारोबारियों को कुछ संतोष हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाजार को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान से भी समर्थन मिला। दास ने कहा कि वह अचानक से नीतिगत दर बढ़ाकर बाजार को अचंभित नहीं करेंगे और मौद्रिक नीति से जुड़े सभी कदम सोच-समझकर उठाये जाएंगे। मुद्रास्फीति की मौजूदा स्थिति अस्थायी दिखती है। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि सप्ताह के दौरान एनएसई निफ्टी 1.5 प्रतिशत मजबूत हुआ। जबकि निवेशकों की संपत्ति 5.5 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। कारोबारियों के अनुसार बाजार के नई ऊंचाई पर पहुंचने से बिकवाली को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखा। इसके कारण बाजार सीमित दायरे में रहा। कारोबारियों को अल्प अवधि में बाजार में तेजी का रुख बने रहने की उम्मीद है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के तकनीकी शोध विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा, ‘‘यह सकारातमक संकेत है और अल्पकाल में तेजी की संभावना है। निफ्टी अगले सप्ताह 16,900 तक जा सकता है। निफ्टी को 16,550 के स्तर पर समर्थन प्राप्त है।
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