बेंगलुरु, 10 मार्च अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लि. (एनएसआईएल) ने प्रक्षेपण सेवा के चार और अनुबंध प्राप्त किए हैं।
कंपनी दूसरे पक्षों के लिए उपग्रह बनाने के ठेके लेने की भी योजना बना रही है।
एनएसआईएल ने विशेष रूप से किसी पक्ष के लिए उपग्रहण प्रक्षेपण का पहला वाणिज्यिक अभियान 28 फरवरी को सम्पन्न किया। इस अभियान में उसने श्रीहरिकोटा उपग्रह पक्षेपण केंद्र से ब्राजील के अमेजॉनिया-1 उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंचाया था।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जी नारायणन ने पीटीआई भाषा के साथ बातचीत में कहा, ‘हमारे पास प्रक्षेपण सेवा के चार और खास अनुबंध हैं। इन्हें दो से तीन साल में पूरा किया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण के अलावा कंपनी अब एक नयी नीति भी अपना रही है। इसके तहत मांग के आधार पर अंतरिक्ष-आधारित सेवाएं प्रदान की जाएंगी। कंपनी अभी आपूर्ति आधारित मॉडल पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस दिशा में इस समय कई उपयोगकर्ताओं के साथ बातचीत कर उनकी मांग का आकलन किया जा रहा है। जल्दी ही आप देखेंगे कि हम एनएसआईएल के माध्यम से उपग्रहों के निर्माण और प्रक्षेपण के करार भी कर रहे हैं। इसके अलावा आप आगे यह भी देखेंगे कि हम मुख्य रूप से दूरसंचार क्षेत्र में ग्रहकों को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
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