Cyclone Biparjoy: अपने साथ 5 लाख टन नमक बहा ले गया चक्रवात बिपरजॉय, कीमतें बढ़ने की आशंका भी हुई तेज
By आजाद खान | Published: June 17, 2023 04:28 PM2023-06-17T16:28:52+5:302023-06-17T16:34:50+5:30
बता दें कि चक्रवात बिपरजॉय के कारण सीमेंट, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, पोर्ट्स, साल्ट मैन्यूफैक्चरिंग समेत छोटे-बड़े उद्योगों पर बुरा असर पड़ा है।
नई दिल्ली: चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy Cyclone) ने गुजरात में भारी तबाही मचाई है जिससे कारोबार पर भी भारी असर पड़ा है। जानकारी के अनुसार, राज्य के नमक और सीमेंट कारोबार में भारी नुकसान होता दिख रहा है। शुरुआती रिपोर्ट की अगर माने तो चक्रवात बिपरजॉय के कारण करीब पांच हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।
यही नहीं खबरें यह भी है कि इस चक्रवात ने 50 हजार टन के नमक को अपने साथ बहा ले गया है। इस कारण नमक के कीमतों में भी बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। यही नहीं चक्रवात बिपरजॉय के कारण पोर्ट बंद है और यातायात भी ठप है जिससे सीमेंट के कारोबार पर भी भारी असर पड़ा है।
चक्रवात के साथ बह गया 50 हजार टन का नमक
बता दें कि गुजरात का कच्छ इलाका नमक उत्पादन के लिए जाना जाता है और यहां पर हर रोज दो लाख टन के नमक का उत्पादन होता है। ऐसे में चक्रवात के कारण करीब पांच लाख टन का नमक बह गया जिससे भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इंडस्ट्रियल साल्ट की कीमत में बढ़ोतरी हो सकती है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलूभाई जडेजा ने बताया कि इस तूफान के कारण करीब 500 नमक उद्योगों को भारी नुकसान हुआ है। यही नहीं पोर्ट के बंद होने और यातायात के ठप पड़ने और बिजली के खंबों के गिरने से सीमेंट वाले कारोबार पर भी खूब असर पड़ा है। गुजरात चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ( GCCI) के मुताबिक, इस चक्रवात के कारण पांच हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।
चक्रवात बिपरजॉय के कारण कारोबार पर भी पड़ा है असर
जानकारी के अनुसार, चक्रवात बिपरजॉय ने गुजरात में भारी तबाही मचाई है। इससे सीमेंट, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, पोर्ट्स, साल्ट मैन्यूफैक्चरिंग समेत छोटे-बड़े उद्योगों पर बुरा असर पड़ा है। जानकारों का कहना है कि यहां पर कारोबार को फिर से चालु करने में समय लग सकता है।