लाइव न्यूज़ :

ताजा सौदों की लिवाली से बिनौलातेल खली वायदा कीमतों में तेजी

By भाषा | Updated: November 3, 2020 18:04 IST

Open in App

नयी दिल्ली, तीन नवंबर मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को बिनौलातेल खली की कीमत नौ रुपये की तेजी के साथ 1,805 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी।

एनसीडीईएक्स में बिनौलातेल खली के दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत नौ रुपये अथवा 0.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,805 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी जिसमें 28,380 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

बिनौलातेल खली के जनवरी 2021 महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 18 रुपये अथवा एक प्रतिशत की तेजी के साथ 1,824 रुपये प्रति क्विन्टल हो गयी जिसमें 8,150 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

बाजार विश्लेषकों ने कहा कि बाजार में पशुचारा निर्माता कंपनियों की बढ़ती मांग के बीच कारोबारियों द्वारा अपने सौदों के आकार बढ़ाने के कारण यहां मुख्यत: बिनौलातेल खली वायदा कीमतों में तेजी आई।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 20 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 20 December 2025: आज ये चार राशि के लोग बेहद भाग्यशाली, चौतरफा प्राप्त होंगी खुशियां

कारोबारखाद्य सब्सिडी बढ़ी, नहीं घटी किसानों की चिंता

भारतलोकसभा, विधानसभा के बाद स्थानीय निकाय चुनावों के बीच नेताओं की आवाजाही?, राजनीति की नई शक्ल बनता दलबदल

भारतअपनी गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट कैसे बनाएं? जानिए डाउनलोड करने का आसान तरीका

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारविपक्ष फ्रस्ट्रेशन में हैं, कुछ भी बयान देते हैं, सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा-जनता ने कांग्रेस की नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया

कारोबारगृह मंत्री की डेड लाइन से पहले हमने खत्म कर दिया नक्सलवाद, नक्सलियों के पास थे पाकिस्तानी सेना जैसे हथियार?, सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में रखे विचार

कारोबारस्वास्थ्य क्षेत्र में 42000 नई नौकरी, मुख्यमंत्री यादव ने विधान सभा पटल पर रखा पक्ष

कारोबार5 साल में हवाई अड्डों कारोबार में 01 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना, अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक जीत अदाणी ने कहा-लाखों नौकरी की संभावना

कारोबारविधानसभा चुनाव में महिला को 10000 रुपये?,  मुफ़्त बिजली, महिलाओं को 2-2 लाख की मदद और लोकलुभावन वादों ने नीतीश सरकार की तोड़ी कमर?