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कोरोना का असरः रिलायंस इंडस्ट्रीज को झटका, शुद्ध लाभ 38.7% घटकर 6,348 करोड़ रहा, जियो को फायदा

By भाषा | Updated: April 30, 2020 19:54 IST

कोरोना वायरस का असर रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी देखने को मिला है। कंपनी को 2019-20 की चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 38.7 प्रतिशत घटकर 6,348 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि रिलायंस जियो को फायदा हुआ है। 

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ठळक मुद्देरिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि राइट्स इश्यू 1,257 रुपये प्रति इकाई के मूल्य पर 1:15 अनुपात में होगा।रिलायंस जियो का चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 177 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2,331 करोड़ रुपये पर। 

नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्रीज का बीते वित्त 2019-20 की चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 38.7 प्रतिशत घटकर 6,348 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

ऊर्जा और रसायन कारोबार के कमजोर प्रदर्शन की वजह से कंपनी का मुनाफा घटा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 10,362 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 53,125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू की घोषणा की है। कंपनी का दावा है कि यह देश का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू होगा। इसका मूल्य 1:15 अनुपात में 1,257 रुपये प्रति इकाई होगा।

अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो का बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 177 प्रतिशत उछलकर 2,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 840 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। 

रिलायंस निप्पॉन लाइफ का शुद्ध लाभ 2019-20 में 40 प्रतिशत बढ़कर 35 करोड़ रुपये

रिलायंस निप्पॉन लाइफ का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2019-20 में 40 प्रतिशत बढ़कर 35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में 25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।

कंपनी की पहले वर्ष की एकल आय मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष में मामूली दो प्रतिशत की बढ़त के साथ 893 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 876 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष वोहरा ने कहा, ‘‘हमारा प्रदर्शन साल के दौरान स्थिर रहा। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई स्थिति से न केवल हमारे ऊपर बल्कि उद्योग पर काफी असर पड़ा। सामान्य रूप से मार्च का महीना बीमा कंपनियों के लिए काफी उत्पादक रहता है।’’

वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कुल नवीकरण प्रीमियम 4.4 प्रतिशत बढ़कर 3,435 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्तवर्ष में 3,291 करोड़ रुपये था। इसी तरह कंपनी का कुल व्यक्तिगत प्रीमियम संग्रह चार प्रतिशत बढ़कर 4,375 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां घटकर 19,837 करोड़ रुपये रह गईं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 20,281 करोड़ रुपये थीं।

कोरोना वायरस संकट के असर से देश के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी भी अछूते नहीं रहे। अंबानी ने अपने पूरे साल का वेतन छोड़ने का निर्णय किया है। वहीं कंपनी के ज्यादातर कर्मचारियों के वेतन में 10 से 50 प्रतिशत तक कटौती का फैसला किया गया है।

रिफाइनरी से लेकर दूरसंचार क्षेत्र तक विविध काम करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कर्मचारियों को भेजे एक संदेश में यह जानकारी दी। कंपनी ने कर्मचारियों का सालाना बोनस टाल दिया है जो सामान्यत: वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दिया जाता है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) जारी है। इसकी वजह से कल-कारखाने, उड़ानें, रेल, सड़क परिवहन, लोगों की आवाजाही, कार्यालय और सिनेमाघर इत्यादि सब बंद हैं।

लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। इससे बाजार में मांग प्रभावित हुई है और इसका असर कारोबारों पर हो रहा है। रिलायंस का रिफाइनरी कारोबार इससे बहुत बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कंपनी की विभिन्न इकाइयों के प्रमुखों ने कर्मचारियों को वेतन कटौती की जानकारी वाला संदेश भेजा। संदेश में लिखा है, ‘‘ हमारे हाइड्रोकार्बन कारोबार पर काफी दबाव है। इसलिए हमें अपनी लागत को युक्तिसंगत बनाना होगा और हम सभी क्षेत्रों में लागत कटौती कर रहे हैं।

वर्तमान स्थिति की मांग है कि हम अपनी परिचालन लागत और तय लागत हो युक्ति संगत बनाएं और सभी को इसमें योगदान करने की जरूरत है।’’ अंबानी अपने पूरे साल का 15 करोड़ रुपये का वेतन छोड़ रहे हैं। कार्यकारी निदेशक, कार्यकारी समिति के सदस्यों समेत रिलायंस के निदेशक मंडल के सदस्यों का वेतन 30 से 50 प्रतिशत तक काटा जाएगा।

जिन कर्मचारियों का पैकेज 15 लाख रुपये से कम है उनके वेतन में कोई कटौती नहीं जाएगी। लेकिन इससे ऊपर की आय वालों के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख के तौर पर अंबानी सालाना 15 करोड़ रुपये का वेतन लेते हैं। उनके वेतन में 2008-09 के बाद से कोई बदलाव नहीं हुआ है। संदेश के मुताबिक कंपनी लगातार आर्थिक और कारोबारी हालात की समीक्षा करेगी और अपनी आय बढ़ाने के जरिए तलाशेगी।

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