लाइव न्यूज़ :

सीईएआई का प्रधानमंत्री से निविदा प्रक्रिया में कम लागत की चयन प्रक्रिया पर पुनर्विचार का आग्रह

By भाषा | Updated: March 9, 2021 22:25 IST

Open in App

नयी दिल्ली, नौ मार्च कंसल्टिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीईएआई) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निर्माण गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये कम लागत वाले चयन के परंपरागत तरीके को समाप्त करने का आग्रह किया है।

कम लागत वाली चयन प्रणाली यानी एल1 के तहत काम का आवंटन न्यूनतम वित्तीय पेशकश करने वाले को किया जाता है। कुछ खरीदने या काम का ठेका देने की यह व्यवस्था लंबे समय से चल रही है।

सीईएआई ने एक बयान में कहा, ‘‘संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में वर्षों से चली आ रही कम लागत वाली चयन प्रणाली पर आधारित मौजूदा निविदा प्रणाली पर गौर करने का आग्रह किया है। इस व्यवस्था को परामर्श कार्यों के साथ-साथ निमार्ण कार्यों और वस्तुओं की खरीद के लिये बदले जाने की जरूरत है।’’

सीईएआई भारतीय इंजीनियरिंग परामर्श से जुड़े पेशेवरों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके सदस्यों की संख्या करीब 300 है।

संगठन ने कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अत्याधुनिक सैन्य हार्डवेयर जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिये गुणवत्ता आधारित चयन व्यवस्था होनी चाहिए न कि कम लागत वाली प्रणाली।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: आज जेब पर कितना पड़ेगा असर? जानिए अपने शहर में ईंधन के लेटेस्ट रेट

विश्वऑस्ट्रेलियाई सरकार ने चेतावनियों की अनदेखी की !

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम

भारतYear Ender 2025: पहलगाम अटैक से लेकर एयर इंडिया क्रैश तक..., इस साल इन 5 घटनाओं ने खींचा लोगों का ध्यान

ज़रा हटकेYear Ender 2025: मोनालिसा से लेकर Waah Shampy Waah तक..., इस साल इन वायरल ट्रेड ने इंटरनेट पर मचाया तहलका

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारभारतीय अर्थव्यवस्था में जान फूंकता ग्रामीण भारत, 2024-25 में 35.77 करोड़ टन अनाज पैदा करके ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया

कारोबारGold Price Record High: निवेशकों में हड़कंप, सोना ₹1.37 लाख प्रति 10 ग्राम

कारोबार30 नवंबर तक नए, मौजूदा और सेवानिवृत्त सहित कुल 122123 केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों ने यूपीएस को चुना

कारोबारअब तक 17.24 लाख टोकन से 87 लाख टन धान की खरीदी, किसानों  को 7 हजार 771 करोड़ रुपए का भुगतान 

कारोबारमनरेगा की जगह विकसित भारत-जी राम जी?, साल में 125 दिन रोजगार, कानून लाएगी केंद्र सरकार