प्रत्यक्ष कर संग्रह 2021-22 में 49 प्रतिशत बढ़ा, CBDT चीफ बोले- पटरी पर फिर लौटी भारत की अर्थव्यवस्था
By विनीत कुमार | Published: April 27, 2022 08:26 AM2022-04-27T08:26:45+5:302022-04-27T08:34:13+5:30
Direct Tax Collection: प्रत्यक्ष कर संग्रह में इस साल 49.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष जेबी महापात्रा के अनुसार ये आंकड़ा बताता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर है।
मुंबई: कोविड-19 महामारी की मार के बाद हालात से उबर रही देश की अर्थव्यवस्था के बीच शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (net direct tax collection) में 2021-22 के वित्तीय वर्ष में 49.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह संग्रह इस बार 14.09 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष जेबी महापात्रा ने यह बात मंगलवार को कही। पिछले वित्तीय वर्ष में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 9.45 लाख करोड़ रुपये था।
महापात्रा ने इनकम टैक्स इंडिया के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन के बाद पत्रकारों से कहा, 'इस वृद्धि ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है और दो बुरे वर्षों के बाद वापस पटरी पर लौट आई है।'
वित्त वर्ष 2021-22 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह ने वित्त वर्ष 2019-20 में 10.50 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 34.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
जेबी महापात्रा ने कहा कि 2021-22 के वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष 22) में रिफंड के समायोजन से पहले सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.34 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। यह वित्त वर्ष 2021 में 12.31 लाख करोड़ रुपये से 32.75 प्रतिशत की वृद्धि है।
साथ ही 2021-22 के वित्तीय वर्ष में सकल संग्रह ने 2019-20 के वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.42 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के प्रमुख ने कहा कि वित्त वर्ष 22 में 2.43 करोड़ रिफंड जारी किए गए, जबकि 2020-21 में यह 2.37 करोड़ रुपये था।
महापात्रा ने कहा कि नए ई-फाइलिंग पोर्टल पर 31 मार्च, 2022 तक आकलन वर्ष (AY) 2021-22 के लिए 7.14 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल किए गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.4 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल की विस्तारित अंतिम तिथि 31 मई, 2021 तक AY 2020-21 के लिए कुल 6.97 करोड़ ITR फाइल किए गए थे।