Budget 2022: मोदी सरकार के लिए खुशखबरी है। अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार के साथ माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जनवरी, 2022 में रिकॉर्ड 1.40 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि जीएसटी व्यवस्था में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, लेकिन अभी भी कुछ चुनौतियां बाकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी का सकल संग्रह जनवरी में रिकॉर्ड 1,40,986 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। ऐसा अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार के कारण संभव हो सका है।’’
गौरतलब है कि लगातार सातवें महीने में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। इससे पहले अप्रैल, 2021 में जीएसटी संग्रह 1,39,708 करोड़ रुपये था। वही दिसंबर, 2021 में यह 1.29 लाख करोड़ रुपये था। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में यह 15 प्रतिशत अधिक है।
वित्त मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 30 जनवरी तक कुल 1.05 करोड़ जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल किए गए। इनमें 36 लाख तिमाही रिटर्न शामिल हैं जनवरी में लगातार चौथे माह जीएसटी संग्रह का आंकड़ा 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
अधिकांश विशेषज्ञों और व्यापारियों के तर्क के बावजूद यह संख्या आई है। विशेषज्ञों ने कहा था कि ओमीक्रोन आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित करेगा। जबकि तीसरी लहर दिसंबर में शुरू हुई थी। जनवरी में तेजी से बढ़ी और अब यह अपने चरम पर पहुंच गई है। आर्थिक सर्वेक्षण ने पहले ही कर संग्रह में तेजी से वृद्धि की ओर इशारा किया है।
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह दिसंबर, 2021 में इससे पिछले साल के समान महीने की तुलना में 13 प्रतिशत बढ़कर 1.29 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया। दिसंबर में जीएसटी संग्रह नवंबर के 1.31 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से कम रहा है। दिसंबर, 2021 में लगातार छठे महीने सरकार का जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।