वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को आम बजट पेश करते हुए "नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम" की घोषणा की है। इस स्कीम का उद्देश्य देश के 10 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों व 50 करोड़ लाभार्थियों को शामिल करने का इरादा है। इस योजना के अंतर्गत 10 करोड़ परिवारों को उपचार के लिए हर साल प्रति परिवार 5 लाख रुपये का बीमा दिया जाएगा। इस कार्यक्रम को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के रूप में पेश किया जा रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि जेटली ने अपने 2016 के बजट भाषण में भी इस योजना की घोषणा की थी और बाद में उसी साल स्वतंत्रता दिवस के भाषण में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस योजना का जिक्र किया था।
बज़ट 2018 में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी बड़ी घोषणाएं
- हेल्थ वेलनेस सेंटर के लिए 1200 करोड़ रुपये का फंड - 10 करोड़ गरीब परिवारों के लिए हेल्थ बीमा। - 50 करोड़ लोगों को हेल्थ बीमा। - देश की 40 फीसदी आबादी को हेल्थ बीमा देगी सरकार। - आयुष्मान योजना के तहत देश में 24 मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। - टीबी से पीड़ित हर मरीज को हर महीने 500 रुपये देगी सरकार। - एक साल में एक मरीज का पांच लाख रुपये तक का मेडिकल खर्च। - पांच लाख हेल्थ सेंटर खोले जाएंगे। - पीएम जीवन बीमा योजना से 5.22 करोड़ परिवारों की मदद हुई। - दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना लागू करने की तैयारी। - 5 संसदीय क्षेत्रों पर एक मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना। - 50 करोड़ लोगों को 5 लाख तक का सालाना मेडिक्लेम। - लोगों को मुफ्त दवाईयां देने की योजना।