SBI ने कहा- बैंक कर्ज देने को तैयार हैं, लेकिन कर्ज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं ग्राहक
By भाषा | Published: June 3, 2020 05:22 AM2020-06-03T05:22:47+5:302020-06-03T05:22:47+5:30
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कुमार ने बैंक की जमा रिजर्व बैंक के पास रखने की आलोचनाओं पर कहा, हमारे पास कोष है, लेकिन ऋण की मांग नहीं है।
नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा है कि बैंक कर्ज देने को तैयार हैं, लेकिन ग्राहक कर्ज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। कुमार ने मंगलवार को कहा कि आज ग्राहक जोखिम उठाने और कर्ज लेने से कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) क्षेत्र को तीन लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना को लेकर आशान्वित है। इस योजना के जरिये सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 30,000 करोड़ रुपये डाले हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कुमार ने बैंक की जमा रिजर्व बैंक के पास रखने की आलोचनाओं पर कहा, हमारे पास कोष है, लेकिन ऋण की मांग नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में बैंकों के पास अपना पैसा रिजर्व बैंक के पास रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। जहां तक ग्राहकों की बात है तो वे अभी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
इधर, एसबीआई ने बचत बैंक खातें पर वार्षिक ब्याज दर 0.05 प्रतिशत घटाकर 2.70 प्रतिशत कर दी है। बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार संशोधित ब्याज दरें 31 मई से लागू हो गई हैं। बचत बैंक खाते के लिए बैंक के दो स्लैब एक लाख रुपये तक और एक लाख रुपये से अधिक है। अप्रैल में बैंक ने सभी स्लैब में बचत बैंक खातें पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 2.75 प्रतिशत कर दिया था।
इसके अलावा बैंक ने 27 मई को सभी परिपक्वता अवधि की खुदरा मियादी जमा दरों में 0.40 प्रतिशत तक की कटौती की थी। मई में यह बैंक द्वारा मियादी जमा यानी एफडी की ब्याज दरों में की गई दूसरी कटौती थी। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार सात दिन से 45 दिन की जमा पर ब्याज दर को 3.30 प्रतिशत से घटाकर 2.90 प्रतिशत किया गया है।
इसी तरह 180 दिन से 210 दिन की जमा पर ब्याज दर 4.80 से घटाकर 4.40 प्रतिशत की गई है। पांच साल से दस साल की जमा पर ब्याज दर 5.70 से घटाकर 5.40 प्रतिशत की गई है। बैंक ने दो करोड़ रुपये या इससे अधिक की थोक जमा पर भी ब्याज दर में आधा प्रतिशत की कटौती की है।