एटेरो लिथियम आयन बैटरी पुनर्चक्रण क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़ रुपये निवेश करेगी

By भाषा | Updated: December 24, 2021 16:07 IST2021-12-24T16:07:00+5:302021-12-24T16:07:00+5:30

Atero to invest Rs 300 crore to increase lithium-ion battery recycling capacity | एटेरो लिथियम आयन बैटरी पुनर्चक्रण क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़ रुपये निवेश करेगी

एटेरो लिथियम आयन बैटरी पुनर्चक्रण क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़ रुपये निवेश करेगी

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर ई-कचरे का पुनर्चक्रण करने वाली कंपनी एटेरो लिथियम आयन बैटरी की पुनर्चक्रण क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़ रुपये निवेश करेगी।

एटेरो के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कंपनी अपनी पुनर्चक्रण क्षमता को 11 गुना बढ़ाकर 2022 के अंत तक 11,000 टन करेगी।

एटेरो रीसाइक्लिंग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं सह-संस्थापक नितिन गुप्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा कि बाजार अनुमानों के अनुसार भारत हर साल 50,000 टन से अधिक लिथियम आयन बैटरी अपशिष्ट उत्पन्न करता है।

उन्होंने कहा, "वर्ष 2022 के अंत तक बाजार में हमारी मौजूदा हिस्सेदारी लगभग 22 प्रतिशत होगी। हम नए निवेश कर रहे हैं और जल्द ही इस क्षमता को बढ़ाने के लिए बड़ी मात्रा में निवेश करेंगे। हम करीब 300 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बना रहे हैं।"

गुप्ता ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ रुख से पश्चिमी एशिया से पेट्रोल आयात पर खर्च होने वाले विदेशी मुद्रा की बचत होगी लेकिन चीन से लिथियम आयन बैटरी का आयात पर खर्च एक बड़ी चिंता है।

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि देश में पुनर्चक्रण अवसंरचना विकसित हो सकती है और इससे देश की वर्तमान स्थानीय मांग को पूरा किया जा सकता है। इसलिए हम बैटरी सामग्री में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।"

उल्लेखनीय है कि लिथियम-आयन बैटरी खत्म होने की कगार पर आने के साथ अधिक खतरनाक हो जाती हैं और इनका पर्यावरण के अनुकूल तरीके से समाधान करने की आवश्यकता होती है। लिथियम-आयन बैटरी सेल के मूल्य का लगभग 30 प्रतिशत धातुओं का मूल्य है जो इसे बनाते हैं। इसमें कोबाल्ट, लिथियम, निकल और ग्रेफाइट जैसे धातु शामिल हैं।

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Web Title: Atero to invest Rs 300 crore to increase lithium-ion battery recycling capacity

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