गंगा एक्सप्रेसवे के तीन प्रमुख हिस्सों के क्रियान्वयन के लिए अडाणी एंटरप्राइजेज को स्वीकृति पत्र
By भाषा | Updated: December 20, 2021 21:21 IST2021-12-20T21:21:09+5:302021-12-20T21:21:09+5:30

गंगा एक्सप्रेसवे के तीन प्रमुख हिस्सों के क्रियान्वयन के लिए अडाणी एंटरप्राइजेज को स्वीकृति पत्र
नयी दिल्ली, 20 दिसंबर अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) को गंगा एक्सप्रेसवे के तीन प्रमुख हिस्सों के क्रियान्वयन को लेकर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से स्वीकृति पत्र मिला है।
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस परियोजना की लागत 17,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत देश की किसी निजी कंपनी को दी गई अब तक की सबसे बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजना है।
अडाणी इंटरप्राइजेज ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में तीन हिस्सों में छह लेन के एक्सप्रेसवे का निर्माण करेगी जो आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा तथा रियायत की अवधि 30 वर्ष होगी।
उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे दरअसल मेरठ को प्रयागराज से जोड़ेगा और डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (डीबीएफओटी) के आधार पर लागू होने वाला भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।
बयान में कहा गया है कि कुल 594 किलोमीटर की लंबाई में से अडाणी एंटरप्राइजेज बदायूं से प्रयागराज तक 464 किलोमीटर का निर्माण करेगी। यह एक्सप्रेसवे परियोजना का 80 प्रतिशत हिस्सा है।
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