नयी दिल्ली, 18 अप्रैल अमेजन ने गैर-अक्षय ऊर्जा संसाधनों पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए अपने डिलिवरी बेड़े के विद्यतीकरण की प्रतिबद्धता जताई है। अमेजन इंडिया ने रविवार को एक वर्चुअल संभव कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष यह प्रतिबद्धता जताई।
इस कार्यक्रम में अमेजन के अधिकारियों के अलावा प्रमुख मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शामिल हुए।
अमेजन इंडिया ने हाल ही में अपने डिलिवरी बेड़े में और अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को जोड़ने के लिए महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ काम करने की घोषणा की है। आज हीरो इलेक्ट्रिक के अलावा, स्टार्ट-अप्स जैसे ईवीएज अमेजन इंडिया के साथ मिलकर कंपनी के ईवी बेड़े का विस्तार कर रही हैं।
अमेजन इंडिया ने कहा कि उसके आपूर्ति सेवा भागीदार पहले ही दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, नागपुर, भोपाल, इंदौर और कोयम्बटूर सहित भारत के 20 से अधिक शहरों में बहु फॉर्मेट इलेक्ट्रिक वाहनों का परिचालन कर रहे हैं।
अमेजन ने 2025 तक अपने डिलिवरी बेड़े में 10,000 इलेक्ट्रिक वाहन शामिल करने का लक्ष्य रखा है।
गडकरी ने संभव, 2021 में अमेजन के इलेक्ट्रिक वाहनों के बेड़े हो हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने के साथ ही हमें हरित और सतत भारत के अपने सामूहिक प्रयासों पर ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पेरिस समझौते के लक्ष्य से 10 साल पहले पूरे कारोबार में नेट जीरो कॉर्बन की प्रतिबद्धता घोषित करके जलवायु प्रतिबद्धता पर हस्ताक्षर करने वाली पहली कंपनी बनने के लिए मैं अमेजन को बधाई देना चाहता हूं।’’
अमेजन ने 2019 में जलवायु प्रतिबद्धता की सह-स्थापना की है, जो पेरिस समझौते के लक्ष्य से 10 साल पहले और 2040 तक नेट-ज़ीरो कार्बन की प्रतिबद्धता है। इस प्रतिबद्धता पर हस्ताक्षर करने वालों में इन्फोसिस, आईबीएम, यूनिलीवर, वेरिजोन, सीमेंस और माइक्रोसॉफ्ट शामिल हैं।
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