नयी दिल्ली, 13 दिसंबर ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन ने वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने की महत्वाकांक्षा को जीवित रखा गया है, लेकिन यह एक ‘कमजोर जीत’ थी। सीओपी-26 (जलवायु परिवर्तन सम्मेलन) के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने सोमवार को यह बात कही। इसके साथ ही उन्होंने तेज वैश्विक कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित भागीदारी शिखर सम्मेलन को ‘ऑनलाइन’ संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि जलवायु पररिर्वतन पर कार्रवाई के लिए वास्तविक अर्थव्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है और यह व्यवसायों को एक साथ लाने पर ही सफल हो सकती है।
‘‘जलवायु कार्रवाई: सीओपी-26 ग्लासगो से आगे का रास्ता’ विषय पर एक सत्र को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि देशों और कंपनियों को सम्मेलन में किए गए वादों को पूरा करना चाहिए।
उन्होंने सीओपी-26 में जताई गई कई प्रतिबद्धताओं तथा भारत और ब्रिटेन द्वारा शुरू की गई हरित ग्रिड पहल-एक सूर्य, एक दुनिया और एक ग्रिड की सराहना की।
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