इजराइल के हाइफा पोर्ट के निजीकरण की Adani Ports ने जीती बोली, जानिए हर डिटेल
By मनाली रस्तोगी | Published: July 15, 2022 12:45 PM2022-07-15T12:45:08+5:302022-07-15T12:46:17+5:30
इजराइल के वित्त मंत्रालय ने गुरुवार देर रात कहा कि अडानी पोर्ट्स और उसके साथी गैडोट केमिकल टैंकर और टर्मिनल लिमिटेड हाइफा पोर्ट्स में 100 प्रतिशत इक्विटी खरीदेंगे. मंत्रालय ने कहा कि निजीकरण प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और दक्षता में सुधार के लिए स्थानीय बंदरगाहों के समग्र सुधार का हिस्सा था.
मुंबई: अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स को इजराइल में बड़ी कामयाबी मिली है. इजराइल के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक हाइफा पोर्ट्स के निजीकरण का टेंडर अडानी पोर्ट्स ने जीत लिया है. इसी के साथ अडानी पोर्ट्स्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के शेयरों में शुक्रवार को वृद्धि देखी गई. हाइफा पोर्ट्स के निजीकरण के टेंडर के लिए अडानी पोर्ट्स द्वारा 4.2 बिलियन शेकेल (1.18 बिलियन डॉलर) की बोली लगाई गई थी.
इजराइल के वित्त मंत्रालय ने गुरुवार देर रात कहा कि अडानी पोर्ट्स और उसके साथी गैडोट केमिकल टैंकर और टर्मिनल लिमिटेड हाइफा पोर्ट्स में 100 प्रतिशत इक्विटी खरीदेंगे. मंत्रालय ने कहा कि निजीकरण प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और दक्षता में सुधार के लिए स्थानीय बंदरगाहों के समग्र सुधार का हिस्सा था. अडानी पोर्ट्स के शेयर शुक्रवार को कारोबार के दौरान 2.1 प्रतिशत तक बढ़े.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट्स के अनुसार, अडानी पोर्ट्स के पास संयुक्त उद्यम में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और बाकी की हिस्सेदारी गैडोट के पास होगी. इस साल मई में 10.5 बिलियन डॉलर में होल्सिम लिमिटेड की भारतीय सीमेंट इकाइयों का अधिग्रहण करने के बाद नई जीत जीत अडानी के पोर्ट्स-टू-पावर समूह के तेजी से बढ़ते वैश्विक पदचिह्न को चिह्नित करती है.