अडानी समूह को हुआ जबरदस्त मुनाफा, शेयरों के भाव भी चढ़े, अडानी एंटरप्राइजेज ने पेश किए तिमाही नतीजे
By शिवेंद्र राय | Updated: February 14, 2023 15:54 IST2023-02-14T15:52:37+5:302023-02-14T15:54:11+5:30
रिपोर्ट में बताया गया है कि दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 820 करोड़ रुपये रहा। ये नतीजे पिछले साल की इसी तिमाही में आए नतीजों से बेहतर हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को 11.63 करोड़ का घाटा हुआ था।

अडानी एंटरप्राइजेज ने दिसंबर की तिमाही के नतीजे पेश किए
नई दिल्ली: वित्तीय शोध करने वाली कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी और कंपनी तगड़ा घाटा उठाना पड़ा था। अब कंपनी इस झटके से उबरती हुई दिखाई दे रही है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के अपने नतीजे जारी करते हुए अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बताया है कि कंपनी ने दिसंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है।
पेश की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 820 करोड़ रुपये रहा। ये नतीजे पिछले साल की इसी तिमाही में आए नतीजों से बेहतर हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को 11.63 करोड़ का घाटा हुआ था।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मिले लाभ की रिपोर्ट का असर अडानी समूह के शेयरों पर भी देखने को मिला। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद जो शेयर एक ही दिन में 35 प्रतिशत नीचे आ गए थे वह मंगलवार, 14 फरवरी की रिपोर्ट के बाद 4 फीसदी उपर चढ़ गए। रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय वार्षिक आधार पर बढ़कर 26,612 करोड़ रुपये रही है।
रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा, "पिछले तीन दशकों में तिमाही दर तिमाही और साल दर साल अडानी एंटरप्राइजेज ने न केवल भारत के सबसे सफल इन्फ्रास्ट्रक्चर इनक्यूबेटर के रूप में अपनी स्थिति को मान्य किया है, बल्कि कोर इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवसाय के निर्माण का ट्रैक रिकॉर्ड भी प्रदर्शित किया है।"
बता दें कि वित्तीय शोध करने वाली कंपनी हिंडनबर्ग ने 25 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया कि अडानी समूह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। इसके अलावा रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि मॉरीशस से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक टैक्स हेवन देशों में अडानी परिवार की कई मुखौटा कंपनिया मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए किया जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर शेयरों को गिरवी रखकर कर्ज लिया गया। इस रिपोर्ट के आते ही भारतीय शेयर मार्केट में भूचाल आ गया और अडानी समूह के शेयर लुढ़क कर काफी नीचे आ गए। देखते ही देखते दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी शीर्ष 20 अमीरों की सूची से भी बाहर हो गए थे।