नयी दिल्ली, चार फरवरी सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि 21 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) से 1,000 मंडियों को जोड़ा गया है। इससे अबतक 1.69 करोड़ किसान पंजीकृत हैं तथा अगले वित्त वर्ष तक 1,000 और मंडियों को डिजिटल मंच से जोड़ दिया जाएगा।
कृषि मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ई-नाम मंच पर 1.55 लाख कारोबारी पंजीकृत हैं और थोक में 4.13 करोड़ टन जिंसों का कारोबार हुआ। इसके जरिये 3.68 करोड़ नारियल और 1.22 लाख करोड़ रुपये मूल्य के बांस का कारोबार हुआ।’’
इस मंच के जरिये सीधे किसानों को भुगतान की भी व्यवस्था की गयी है।
बयान के अनुसार, ‘‘ई-नाम से जुड़े 1,000 मंडियों के मामले में जो सफलता दिखी है, उसको देखते हुए अब इसका विस्तार किया जा रहा है।’’
सरकार ने 2021-22 के बजट में ई-नाम से अगले वित्त वर्ष में 1,000 और मंडियों को जोड़ने की घोषणा की है। इससे थोक बाजार मजबूत बनेंगे।
ई-नाम केवल योजना नहीं है बल्कि इसका मकसद छोटे किसानों को लाभ पहुंचाना और जिस तरीके से वे अपनी कृषि उपज बेचते हैं, उसमें बदलाव लाना है।
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