Vrusshabha Movie Review: मलयालम और तेलुगु में शूट की गई ‘वृषभ’ को शुरू से ही एक बड़े पैन-इंडिया विजन के साथ तैयार किया गया है। इसकी भव्यता हर फ्रेम में नजर आती है—चाहे वह विशाल सेट्स हों, कॉस्ट्यूम डिज़ाइन हो या सिनेमैटिक प्रेज़ेंटेशन। यह साफ है कि फिल्म को बड़े पर्दे के अनुभव को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
कहानी पौराणिक आधार से प्रेरित है, लेकिन इसकी प्रस्तुति पूरी तरह आधुनिक है। निर्देशक नंदा किशोर कहानी को सरल रखते हैं, ताकि अलग-अलग भाषाओं और क्षेत्रों के दर्शक इससे आसानी से जुड़ सकें। फिल्म किसी एक मिथकीय घटना पर टिके रहने के बजाय भावनात्मक यात्रा को प्राथमिकता देती है।
शुरुआत में फिल्म अपने संसार और किरदारों को स्थापित करती है। यह हिस्सा कहानी की जमीन तैयार करता है और दर्शकों को उस दुनिया से परिचित कराता है जिसमें आगे चलकर बड़े भावनात्मक टकराव सामने आने वाले हैं। यही सेटअप आगे चलकर कहानी को मजबूती देता है।
मोहनलाल अपने किरदार के जरिए फिल्म को स्थायित्व देते हैं। उनका स्क्रीन प्रेजेंस फिल्म की रीढ़ है। वह पौराणिक किरदार को ओवरड्रैमेटिक बनाए बिना भरोसेमंद बनाते हैं। समरजीत लंकेश के लिए यह फिल्म एक निर्णायक मोड़ की तरह है। उनकी भूमिका कहानी को आगे बढ़ाने में अहम है और वह इसे आत्मविश्वास के साथ निभाते हैं।
एक्शन सीक्वेंस साफ और प्रभावी हैं। विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल सीमित लेकिन संतुलित है। संगीत और बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के स्केल को और बड़ा महसूस कराते हैं और भावनात्मक दृश्यों को मजबूती देते हैं। कुल मिलाकर, ‘वृषभ’ एक ऐसी फिल्म है जो अपने भव्य पैमाने, मजबूत भावनात्मक प्रवाह और पैन-इंडिया अपील के दम पर दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में सफल रहती है।
‘वृषभ’ मूवी रिव्यू:
★★★★ 4/5
भाषा: हिंदी
निर्देशक: नंदा किशोर
निर्माता:
शोभा कपूर, एकता आर. कपूर, सी.के. पद्मा कुमार, वरुण माथुर, सौरभ मिश्रा, अभिषेक एस. व्यास, प्रवीर सिंह, विशाल गुरनानी, जूही पारेख मेहता
कलाकार: मोहनलाल, समरजीत लंकेश, रागिनी द्विवेदी, नयन सारिका, अजय, नेहा सक्सेना सहित अन्य