वीरे दी वेडिंग रिव्यू: गर्ल पावर के ताम झाम से भरपूर है सोनम, करीना, स्वरा और शिखा की दोस्ती की दास्तां
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: June 1, 2018 12:06 IST2018-06-01T11:39:37+5:302018-06-01T12:06:03+5:30
Veere di Wedding Movie Review: करीना कपूर खान, सोनम कपूर, शिखा तलसानिया, स्वरा भास्कर अभिनित वीरे दी वेडिंग आज पर्दे पर रिलीज हो गई है।

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फिल्म का नाम: वीरे दी वेडिंग
डायरेक्टर: शशांक घोष
स्टार कास्ट: करीना कपूर खान, सोनम कपूर, शिखा तलसानिया, स्वरा भास्कर, सुमीत व्यास, नीना गुप्ता
अवधि: 2 घंटा 5 मिनट
सर्टिफिकेट: A
रेटिंग: 2.5 स्टार
शशांक घोष की फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ 1 जून को सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। फिल्म में चार दोस्त अपनी-अपनी जिंदगी से जूझते हैं और उनके दिल टूटते हैं। बॉलिवुड के लिए यह कोई नया कॉन्सेप्ट नहीं है, लेकिन 'वीरे दी वेडिंग' अलग इसलिए है कि इस फिल्म में ये चार दोस्त लड़कियां हैं। ये चारों लड़कियां अपनी शर्तों पर जीती हैं और निडर और बेबाक होकर बात करती हैं। फिल्म में
कहानी
वीरे दी वेडिंग की कहानी दिल्ली के एक ही स्कूल में पढ़ने वाली चार लड़कियों से शुरू होती है। जो एक दूसरे के बेहद करीब हैं। चारो के स्कूल से निकलने के 10 साल बाद ये दोस्त अवनी (सोनम कपूर), साक्षी सोनी (स्वरा भास्कर), मीरा (शिखा तलसानिया) और कालिंदी पुरी (करीना कपूर खान) अलग-अलग जगहों में रहने लगती हैं। जहां साक्षी सोनी ने शादी तो कर ली लेकिन लंदन जाकर अपने पति विनीत से तलाक लेकर वापस दिल्ली आ जाती है। वहीं मीरा की बात की जाते तो वह अपने पिता की मंजूरी के बिना अमेरिका के रहने वाले जॉन से शादी कर लेती है जिनका बेटा कबीर होता है। वहीं, अवनी ने तरफ दिल्ली में ही रहकर वकालत की पढ़ाई की और मैट्रिमोनियल वकील बन गई हैं। वहीं कालिंदी की ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के दौरान ऋषभ (सुमित व्यास) से मुलाकात होती है और दोनों में प्यार हो जाता है। ये दोनों शादी का प्लान करते हैं, जिसके के लिए वह दिल्ली आने का फैसला करते हैं। जब कालिंदी की शादी की खबर उसकी तीनों दोस्तों को मिलती है तो वे दिल्ली आकर एक साथ कालिंदी की शादी में शरीक होने के लिए तैयार होती है। बस यहीं से शुरू होती है फिल्म की असली कहानी। इसी दौरान चारों दोस्तों की जिंदगी के कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। जब ये चारों दोस्त एक साथ कालिंदी की शादी के लिए मिलते हैं तो बहुत सारी कहानियां सामने आती हैं। ऐसे में थिएटर में जाकर फैंस को देखना होगा कि आखिर कांलिदी की शादी होती है या फिर नहीं।
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वीरे दी वेडिंग की खासियत
ये फिल्म आज के दौर की लड़कियों को खासा पसंद आ सकती है। इसनें चारों चारों किरदार खुलकर और अपनी शर्तों पर जीने वालों में से हैं। खास बात ये है कि चारों ही लड़कियां बिंदास अंदाज में गाली देना और सेक्स जैसे मुद्दे पर बात करती नजर आ रही हैं। आमचौर पर इत तरह से बातें करना लड़कियों का पसंद नहीं किया जाता है। ऐसे में आज की लड़कियों को समझने में ये फिल्म लड़कों की मदद कर सकती है। अगर आप आज की लड़कियों को समझते हैं तो वीरे दी वेडिंग आपको अपने आसपास का माहौल लगेगी। फिल्म में अच्छे कपड़े और बैकग्राउंड का प्रयोग किया गया है।
फिल्म की कमजोर कड़ी
शशांक घोष ने कहानी के किरदारों को तो अच्छे से पेश किया लेकिन डायलॉगबाजी दिखाने के चक्कर में फिल्म कई जगह आपको कमजोर दिख सकती है। उन्होंने लड़कियों की बिंदास बातचीत को दिखाने पर निर्देशक का फोकस किया जिस कारण से कई जगह ओवर एक्टिंग को डोज भी फैंस को मिल सकता है। इतना ही नहीं फिल्म का ड्रेंसिग पर बहुत ज्यादा पैसे लगाए गए हैं, चाहते तो फिल्म को और मजबूरी से पेश किया जा सकता था। फिल्म में बड़े कलाकारों के बाद भी कई जगह आपको बोरिंग लग सकती है। वहीं, फिल्म का अंत और बेहतर हो सकता था इसको और बेहतर तरीके से भी पेश किया जा सकता था।
क्या है बॉक्स ऑफिस
वीरे दी वेडिंग का बजट लगभग 30 करोड़ रुपए बताया जा रहा है। वहीं, ट्रेड जानकारों की मानें तो इस फिल्म को एक अच्छा वीकेंड मिलने की संभावना हैय़ हालांकि एडल्ट सर्टिफिकेट होने के कारण एक खास तरह का तबका फिल्म को देख पाने में असमर्थ होने वाला है। फिल्म आज पर्दे पर फैंस के लिए रिलीज कर दी गई है।