कंगना रनौत से विवाद के बीच उद्धव ठाकरे ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मेरी चुप्पी का मतलब कमजोरी नहीं
By अमित कुमार | Published: September 13, 2020 03:03 PM2020-09-13T15:03:41+5:302020-09-13T15:03:41+5:30
वहीं कंगना रनौत सोशल मीडिया के जरिए लगातार शिवसेना पर हमला बोल रही है। बीएमसी की जेसीबी चलने और तोड़फोड़ किए जाने के बाद से कंगना और भी ज्यादा आक्रामक हो गई हैं।
मुंबई के बीएमसी अधिकारियों द्वारा कंगना रनौत के कार्यालय के कुछ हिस्सों को गिराने के बाद से राज्य सरकार की लगातार आलोचना की जा रही है। शिवसेना और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर कंगना रनौत भी लगातार हमला कर रही है। रविवार को उद्धव ठाकरे ने बिना नाम लिए ही कंगना रनौत की बातों का जवाब दिया है। उद्धव ठाकरे ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उनकी चुप्पी को कमजोरी न समझा जाए।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी चुप्पी को कमजोरी ना समझा जाए। उन्होंने कहा कि अभी उनका ध्यान कोरोना पर है, वह सही समय पर इस पर बात करेंगे। ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। सर्वाधिक कोरोना केसों और सबसे अधिक मौतों वाले राज्य के सीएम ने कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 के हालात से निपटने के लिए प्रभावी तरीके से काम कर रही है।
कंगना की टिप्पणी पर मचा हुआ है बवाल
इससे पहले उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा था कि कुछ लोग उस शहर के प्रति कृतज्ञ नहीं हैं जहां से वे अपना रोजगार, काम धंधा शुरू करते हैं। रनौत द्वारा हाल में मुंबई और पुलिस पर की गई टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है। उद्धव ठाकरे ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘कुछ लोग उस शहर के प्रति कृतज्ञ होते हैं जहां पर वे जीविकोपार्जन करते हैं लेकिन कुछ लोग नहीं होते हैं।’’
कंगना भाजपा का ‘तोता’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ अनिल भईया राजस्थान से आए और महाराष्ट्र को अपना घर बनाया। वह कट्टर शिवसैनिक थे।’’ इस बीच, महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने केंद्र द्वारा कंगना रनौत को वाई प्लस सुरक्षा मुहैया कराने के फैसले को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। विजय ने कहा कि केंद्र का फैसला राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कंगना भाजपा का ‘तोता’ हैं।