'टाइगर जिंदा है' के म्यूजिक में चूक गए सलमान

By खबरीलाल जनार्दन | Published: December 22, 2017 07:55 AM2017-12-22T07:55:06+5:302017-12-24T00:37:41+5:30

सलमान का दृष्टिकोण दूसरी पारी में एकदम साफ है, वो करो जो मास ऑडिएंस को पसंद आए। पर इसी कसौटी पर 'टाइगर जिंदा है' का म्यूजिक खरा नहीं उतरता।

tiger zinda hai music review salman khan katrina kaif | 'टाइगर जिंदा है' के म्यूजिक में चूक गए सलमान

'टाइगर जिंदा है' के म्यूजिक में चूक गए सलमान

सलमान खान अपनी फिल्मों के म्यूजिक कंपोजीशन में इतना हाथ रहता है कि उसकी सफलता-विफलता के लिए भी उन्हीं को जिम्मेवार ठहराना चाहिए। वह कभी एआर रहमान का म्यूजिक, जावेद अख्तर/गुलजार के बोल, अरिजीत सिंह की आवाज का इंतजार नहीं करते। वह हिमेश रेशमिया, साजिद-वाजिद, मीका सिंह में खुश रहते हैं। उन्हें अपने गानों में 'मुर्शित मेरा' के बजाय 'ढिंक-चिका' चाहिए होता है। वह बड़े ठसक से कहते हैं, "रितिक रोशन का डांस सौ में दो लोग कर सकते हैं। सलमान खान का डांस सौ में दो भी ऐसे नहीं मिलेंगे जो न कर पाएं।" उनका दृष्टिकोण दूसरी पारी में एकदम साफ है, वो करो जो मास ऑडिएंस को पसंद आए। पर इसी कसौटी पर 'टाइगर जिंदा है' का म्यूजिक खरा नहीं उतरता।

इस बार सलमान की बागडोर सुल्तान सरीखी टीम के हाथों थीं। डायरेक्टर अली अब्बास जफर, म्यूजिक जूलियस पैकिअम। विशाल-शेखर के जुड़ने से लगा था कि फिर से जग घुमिया', 'बेबी को बेस पसंद है', 'रे सुल्तान', 'बुलया' जैसा कुछ सुनने को मिलेगा। कुछ जुबान चढ़ेगा तो कुछ दिल में उतरेगा। लेक‌िन अति-प्रयोगवाद के चक्कर में सब फिसड्डी हो गया। 'टाइगर जिंदा है' का एलबम रिलीज हो चुका है। इसमें पांच गाने हैं। उम्मीद है दो आपने सुन लिए हों। बाकी पूरा एलबम हम आपको फिर से दिखा देते हैं।


स्वैग से स्वागत

गाना पंजाबी बीट पर रैप है। इसलिए बदस्तूर बीच में जबरिया घुसाई जाने वाली अंग्रेजी। 'वखरा स्वैग नी' का मशहूर पंजाबी शब्द स्वैग डालकर इसे पूरी तरह से एक मसाला सांग बनाने की तैयारी थी। लेकिन यह बन कुछ और ही गया। न तो यह न्यू-ईयर की तड़क-भड़क पार्टियों के गानों के स्कोर पर पहुंच पाया, न आम काम करते समय सुनने लायक गाना बन पाया।

यह अभी साफ नहीं हुआ है कि गाना सलमान की वजह से खराब हुआ कि कंपोजरों ने बनाया ही खराब था। असल में यह गाना फिल्म का आइटम नंबर है। इसमें किसी आइटम नंबर बनने की पूरी खूब‌ियां हैं। लेकिन आइटम नंबर पर परफार्म करने के लिए मलाइका अरोड़ा सी लचक चाहिए होती है। अब चूंकि यह बी खुद ही उठा लिया था, तो मुमकिन है कि उनको ध्यान में रखकर संगीत तैयार किया गया हो।


दिल दी या गल्लां

अगर इस क्लीशे कहावत 'अंधों में काना राजा' को 'टाइगर जिंदा है' के गानों पर बिठाएं तो 'दिल दी या गल्लां' काना राजा है। हालांकि इसमें से बस आतिफ असलम की आवाज बाहर कर दी जाए तो पता नहीं यह कितना सुनने लायक रह जाता। पर फिलहाल यह गाना लोग गुनगुना रहे हैं।

इसका भी म्यूजिक कोई बहुत अपीलिंग नहीं है। गाने के बोल भी हिन्दी भाषियों को समझ आने वाली पंजाबी में है। पर वो इसे इतना नहीं समझ पाते कि किस मौके पर सुनना है। बनाने की कोशिश एक सोलफुल रोमांटिक ट्रैक की थी पर यह बन कुछ और ही गया है।


जिंदा है

सलमान खान की दूसरी सफल पारी की किसी फिल्म में इतना कमजोर टाइटल सांग अब तक नहीं आया। याद करिए, 'रे सुल्तान', 'हुड़-हुड़ दबंग-दबंग' जब कभी टाइटल ट्रैक को सुखविंदर सिंह ने आवाज दी सलमान की पर्सनॉलिटी एकदम से खिलकर उभरी। लेकिन 'जिंदा है' पूरा गाना सुनकर लगता है कि सलमान खान ही नहीं सुखविंदर सिंह भी बूढ़े हो गए हैं। रफ्तार का तेज रफ्तार रैप भी यह महसूस कराने में असफल साबित होता है कि 'टाइगर जिंदा है'। 'एक था टाइगर' में जूलियस पैकिअस ने टाइटल ट्रैक बनाने की हिम्मत नहीं दिखाई थी। उन्होंने बस एक बैकग्राउंड स्कोर तैयार किया था जो जेम्स बॉण्ड की धुन को याद दिलाता है। लेकिन ना जाने क्यों इस बार ये गाना बना दिया।


दाता तू

श्रेया घोषाल की आवाज ही मीठी है। आप उनसे कुछ भी गवा लो, वह मीठा ही गाती हैं। सलमान सोच रहे होंगे इस गाने से 'भर दे झोली' रिपीट कर ले जाएंगे। मुमकिन है उन्हें भगवान पर भरोसा हो गया हो। पुरानी फिल्मों के क्लाइमेक्स में ऐसा कई बार होता था कि हीरो-हीरोइन दुविधा में होते तो भगवान के सामने जाकर गाना गाते थे। सलमान को आज भी इसमें भरोसा है। बजरंगी भाईजान में यह सटीक बैठा था, पाकिस्तानी कौव्वाली में अदनान सामी ने रंग जमा दिया था। लेकिन श्रेया घोषाल की मीठी आवाज वैसा प्रभाव नहीं छोड़ती।

तेरा नूर

यह गाना कौव्वाली बनाया जाए? हाई स्कोर वाला सूफी बनाया जाए? सुबह-सुबह बजने वाला भक्ति गाना बनाया जाए, या फ‌िर बस शुरुआती लाइनों में सुर लगाकर आगे का गाना रोमांटिक कल्चर में ही रखें? संगीतकार इसमें एकदम उलझ गए हैं। नतीजतन 'तेरा नूर' कुछ नहीं बन पाया है।

ये पांच गाने सुनने के बाद लगता है कि सलमान-कबीर की जोड़ी की 'एक था टाइगर' म्यूजिक के मामले में टाइगर जिंदा है से ज्यादा समृद्ध थी। 'माशाल्हा, संयारा, बंजारा, लापता, सबने अपने लिए ऑडिएंस बना ली थी। उम्मीद करते हैं मूवी रिलीज होने के बाद इसका म्यूजिक लोगों के दिल में जगह बना पाए।

Web Title: tiger zinda hai music review salman khan katrina kaif

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