द केरल स्टोरी : फिल्म रिव्यू
By सत्या द्विवेदी | Published: May 6, 2023 06:04 PM2023-05-06T18:04:25+5:302023-05-06T18:09:19+5:30
अहम किरदार है शालिनी उन्नीकृष्णनन का । शालिनी मास्टरस के लिए कॉलेज ज्वाइन करती है, वहीं हॉस्टल में उसे 3 और लड़कियां मिलती हैं। यहीं शालिनी की दोस्ती होती है आसिफा नाम की लड़की से, जो उसकी रूममेट भी है। आसिफा उसे अपने कजिन बोलकर मुस्लिम साथियों से दोस्ती कराती है। आसिफा शालिनी और बाकी लड़कियों का ब्रेनवॉश करती है। वह बताती है कि सिर्फ अल्लाह ही हैं जो हैं अपने मानने वालों की हिफाजत करते हैं, बाकी सारे धर्म के भगवान कायर और डरपोक हैं। इसके बाद धीरे धीरे शालिनी को धर्मपरिवर्तन के जाल मे फांसा जाता है और शुरू होती है फिल्म की दर्दनाक कहानी ...
नई दिल्ली : कुछ फिल्में रिलीज होने से पहले बवाल मचा देतीं है। आज हम जिस फिल्म की बात करने जा रहे हैं वो भी ऐसी ही फिल्म है, जो रिलीज होने से पहले ही खबरों पर आ गई थी। हम बात कर रहे हैं द केरला स्टोरी की ...
ये कहानी है 4 महिलाओं की जो नर्सिंग की पढ़ाई करने एक नर्सिंग कॉलेज जाती हैं । इसमें अहम किरदार है शालिनी उन्नीकृष्णनन का । शालिनी मास्टरस के लिए कॉलेज ज्वाइन करती है, वहीं हॉस्टल में उसे 3 और लड़कियां मिलती हैं। यहीं शालिनी की दोस्ती होती है आसिफा नाम की लड़की से, जो उसकी रूममेट भी है। आसिफा उसे अपने कजिन बोलकर मुस्लिम साथियों से दोस्ती कराती है। आसिफा शालिनी और बाकी लड़कियों का ब्रेनवॉश करती है। वह बताती है कि सिर्फ अल्लाह ही हैं जो हैं अपने मानने वालों की हिफाजत करते हैं, बाकी सारे धर्म के भगवान कायर और डरपोक हैं। इसके बाद धीरे धीरे शालिनी को धर्मपरिवर्तन के जाल मे फांसा जाता है और शुरू होती है फिल्म की दर्दनाक कहानी ...
फिल्म में कैसा रहा अभिनय
शालिनी उन्नीकृष्णनन के रोल में अदा ने फिल्म में जान डाल दी है । उनकी अदाकारी को जितना सराहा जाए कम है । वहीं सोनिया ने आसिफा का किरदार इस कदर निभाया है कि आपको आसिफा से फिल्म देखते ही देखते नफरत होने लग जाएगी। काफी गहराई से उन्होंने अपने रोल को निभाया। योगिता और सोनिया ने भी अपने हिस्से के रोल को बेहद दमदार तरीके से निभाए है। इस फिल्म में बाकी के कलाकारों ने भी अपनी भूमिका से न्याय किया है।
बैकग्राउंड म्यूजिक
इस फिल्म के म्यूजिक और बैकग्राउंड म्यूजिक ने कई जगह पर जान झोकी है । म्यूजिक का स्टीक इस्तेमाल किया गया है । फिल्म के गाने के बोल और उसका म्यूजिक थिएटर में झुरझुरी पैदा करने में सफल होता है। इसके बोल और म्यूजिक थिएटर से निकलने के बाद भी जेहन में रहते हैं।
निर्देशन
बात करें निर्देशन की तो सुदीप्तो सेन ने संतुलित निर्देशन किया है फिल्म को बैलैंस रखा है। न ही ज्यादा मैलोड्रामा न ही एकदम फ्लैट है , फिल्म में सीन की हद बंधी हुई हैं । ये हदें ही फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को एक अच्छी फिल्म बनाती है ।
रिव्यू
मेरी नजर से जैसा फिल्म के टीजर के बाद बवाल था वैसा इस फिल्म में कुछ भी नहीं है । अगर आप निष्पक्ष भाव से ये फिल्म देखेंगे तो ये आपको किसी प्रोपेगैंडा के अंतरगत न लग कर एक अच्छी फिल्म लगेगी । अगर ये फिल्म 32,000 नहीं सिर्फ 3 लड़कियों की कहानी पर भी आधारित है तो उनका दर्द भी मार्मिक है जो आपको भावुक कर देने के लिए काफी है ।