सुनील शेट्टी ने नेपोटिज्म पर तोड़ी चुप्पी, कहा- 'क्या मेरे बच्चों को स्टार बनने का सपना देखने का हक नहीं है क्योंकि...?'
By मनाली रस्तोगी | Published: August 21, 2020 02:46 PM2020-08-21T14:46:02+5:302020-08-21T14:46:02+5:30
सुशांत सिंह राजपूत के निधन को दो महीने से ज्यादा हो चुका है। मगर उनकी मौत के बाद एक बार फिर नेपोटिज्म पर बहस छिड़ गई है। ऐसे में बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने नेपोटिज्म पर चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है।
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से नेपोटिज्म और खेमेबाजी को लेकर बहस जारी है। दरअसल, फैंस लगातार सोशल मीडिया पर स्टार किड्स और कुछ बड़े सितारों की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, अब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सुनील शेट्टी ने नेपोटिज्म पर चुप्पी तोड़ते हुए सवाल किया कि क्या उनके बेटे या बेटी को एक्टर बनने का सपना देखने का हक नहीं है क्योंकि वो एक स्टार के बच्चे हैं?
नेपोटिज्म पर हो रही बात से दुखी हैं सुनील शेट्टी
ईटाइम्स से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नेपोटिज्म पर हो रही बात दुखी करती है। ये तो एक ऐसी चीज है जोकि हर क्षेत्र में मौजूद है। तो क्या इसका मतलब ये है कि मेरे बच्चों को अभिनेता या अभिनेत्री बनने का सपना नहीं देखना चाहिए क्योंकि उनका पिता खुद एक सेलेब्रिटी है? क्या इसका अर्थ ये निकला कि बच्चे के सपने को दबा देना चाहिए? एक बिजनेसमैन का बेटा सपना देखता है कि एक दिन वो पाने पिता का कारोबार संभालेगा। तो क्या वो सपना गलत है?
बेबाकी से सुनील ने सामने रखी अपनी बात
सुनील शेट्टी ने आगे कहा कि हर बच्चा देखता है कि फैंस से उसके पेरेंट्स को कितना प्यार मिल रहा है। ऐसे में उस जगह अगर वो खुद को देखने के सपने देख रहा है तो क्या वो गलत है? लोग सबसे अच्छे स्कूल की ओर दौड़ते हैं और अपने बच्चों का एडमिशन कराने के लिए बहुत कुछ करते हैं। तो क्या वो भी गलत है? मुझे नहीं पता कि ये सब कहां से आ रहा है।
टैलेंट खोजने के लिए ऑनलाइन शो चलाते हैं सुनील
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि मैं तो टैलेंट खोजने के लिए ऑनलाइन शो चलाता हूं। वहां 2 लाख 70 हजार बच्चे परफॉर्म करते हैं, जिन्हें मैं काम दिलाने की कोशिश करता हूं। मैं सबसे कहता हूं कि प्लीज इन बच्चों को मौका दो। अगर मेरे दोनों बच्चे काम देख रहे हैं तो 2 लाख 70 हजार बच्चे भी हैं जिनके लिए मैं काम देख रहा हूं। ये बहुत गलत बात है कि इस तरह से फिल्म इंडस्ट्री को देखा जाता है।