कोरोना के दौरान नौकरी गंवाने वाले गरीब लोगों को ई-रिक्शा देंगे सोनू सूद, शुरू की 'खुद कमाओ घर चलाओ' योजना
By अमित कुमार | Published: December 13, 2020 04:16 PM2020-12-13T16:16:07+5:302020-12-13T16:22:51+5:30
कोरोना के कारण लोगों की जिंदगी पहले से काफी बदल गई है। प्रवासी मजदूरों के अलावा भी कई जिंदगियों पर इस वायरस ने अपना गहरा असर छोड़ा है। ऐसे में सोनू सूद लगातार लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
कोरोना वायरस की वजह से करोड़ों लोगों की जिंदगी पर गहरा असर पड़ा है। इस वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में सबसे अधिक नुकसान गरीब लोगों को हुआ है। कोरोना के कारण कई लोगों की नौकरी चली गई और वह बेरोजगार हो गए। कोविड-19 महामारी के दौरान सोनू सूद सबसे अधिक चर्चा में रहे। सोनू अपने नेक कामों के कारण सुर्खियों में पूरे लॉकडाउन के दौरान थे।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी सोनू ने जरूरतमंदों का हाथ नहीं छोड़ा। उन्होंने कई बेसहारा और गरीब लोगों की अलग-अलग तरीके से सेवाएं की। सोनू ने कुछ दिन पहले ही प्रवासी रोज़गार एप भी लॉन्च किया था। इस एप के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में 50,000 से अधिक नौकरी के अवसर प्रदान किए गए है। इस ऐप से 500 से ज्यादा कंपनियां जुड़ी हुई हैं। सोनू ने अब एक औ बड़ा कदम गरीबों के लिए उठाया है।
सोनू सूद ने रविवार को इंस्टाग्राम पर अपनी नई पहल की शुरुआत की, जिसका नाम 'खुद कमाओ घर चलाओ' है। सोनू सूद ने कहा कि लोगों से मुझे जो प्यार मिला है उसने मुझे उनके के लिए खड़ा रहने के लिए प्रेरित किया है। सोनू ने कहा कि मेरा मानना है कि आपूर्ति करने से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर देना महत्वपूर्ण हैं। मुझे भरोसा है कि यह पहल लोगों को फिर से आत्मनिर्भर बनाकर अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करेगी।
लॉकडाउन के दौरान लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद अब भी अपने घर जाने के इच्छुक लोगों को उनके घर भेजने का काम रहे हैं। इसके अलावा वह जरूरतमंदों की हर तरह से मदद कर रहे हैं। मजबूर प्रवासी मजदूरों की मदद से शुरू हुआ उनका सफर अब इतना व्यापक रूप ले चुका है। सोनू देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में फंसे हुए या मजबूर लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया।