एक समय था जब मेरे बैंक खातों में पैसे नहीं थे, बोले शरद केलकर- क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी खत्म हो गई थी
By अनिल शर्मा | Updated: August 11, 2021 11:59 IST2021-08-11T11:18:37+5:302021-08-11T11:59:07+5:30
हाल ही में वह मनोज बाजपेयी संग मशहूर ड्रामा सीरीज द फैमिली मैन में नजर आए। जिसमें उनके रोल की काफी सरहाना हुई। और अब वह भुज द प्राइड ऑफ इंडिया में नजर आने वाले हैं।

एक समय था जब मेरे बैंक खातों में पैसे नहीं थे, बोले शरद केलकर- क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी खत्म हो गई थी
मुंबईः अभिनेताओं की कामयाबी के पीछे उनकी संघर्ष की कहानी भी छिपी होती है। फिल्म अभिनेता हो या फिर टीवी कलाकार, वो किसी ना किसी मुश्किलों का सामना कर अपने मुकाम को हासिल करता है। ऐसे ही अभिनेताओं में से एक शरद केलकर भी हैं। शरद आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन एक वक्त था जब उनका बैंक बैलेंस खाली हो चुका था और कर्ज चुकाने के लिए पैसे नहीं थे।
शरद केलकर ने इस बात का खुलासा मनीष पॉल के पॉडकास्ट में किया है जिसका वीडियो उन्होंने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। वीडियो में शरद केलकर अपने निजी जीवन, संघर्ष के साथ फिल्मी सफर पर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। शरद केलकर वीडियो में बताते हैं कि कैसे उन्हें अपनी जिंदगी में आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ा था।
बातचीत में मनीष पॉल को शरद बताते हैं कि एक समय था जब उनके पास बैंक खाते में एक रुपया तक नहीं बचा था। उनके उपर क्रेडिट कार्ड का कर्ज था। बकौल शरद केलकर- मैं ग्वालियर से आया हूं। मेरे ऊपर क्रेडिट कार्ड का कर्ज था। एक समय ऐसा भी आया है जब मेरे बैंक बैलेंस में कुछ भी नहीं था। मेरे ऊपर इतने सारी देनदारियां थीं। मुझे कर्ज चुकाना था और मेरा क्रेडिट कार्ड भी बंद हो गया था। उन्होंने कहा कि लोग मशहूर हस्तियों का संघर्ष नहीं सिर्फ उनकी सफलता देखते हैं। लोगों को लगता है कि इसके पास मर्सिडीज है, अच्छे कपड़े पहनते हैं और बाल बनाकर चकाचक रहते हैं।
हाल ही में वह मनोज बाजपेयी संग मशहूर ड्रामा सीरीज द फैमिली मैन में नजर आए। जिसमें उनके रोल की काफी सरहाना हुई। और अब वह भुज द प्राइड ऑफ इंडिया में नजर आने वाले हैं। वहीं साल 2020 में वह अजय देवगन की फिल्म तान्हाजी द अनसंग वॉरियर में छत्रपति शिवाजी महाराज के किरदार में नजर आए थे। इसके बाद उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म लक्ष्मी में ट्रांसजेंडर का किरदार में देखे गए थे।