संजू: बेहद खास था संजय का सुनील दत्त से रिश्ता, पिता से नाराज हो किया था पहली बार नशा
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 18, 2018 12:09 PM2018-06-18T12:09:24+5:302018-06-18T13:39:21+5:30
संजय दत्त की बायोपिक जल्द पर्दे पर रिलीज होने वाली है। ऐसे में हर कोई संजय के उनके पिता के साथ के रिश्ते को जानने को उत्सुक है।
मुंबई, 18 जून: अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म संजू का ट्रेलर हाल ही में पर्दे पर रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर के बाद फिल्म के गानें और पोस्टर्स फैंस को जमकर लुभा रहे हैं। फिल्म में संजय दत्त के जीवन के हर एक पड़ाव को पेश किया गया है। ऐसे में अब संजय की बायोपिक हो और उसमें सुनील दत्त का नाम ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता।
फादर्स डे के मौके पर भी राजकुमार हिरानी ने फिल्म की एक खास क्लिप रिलीज की है। इस क्लिप में रणबीर कपूर ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में संजय दत्त के गेटअप में परेश रावल को जादू की झप्पी दे रहे हैं। इसके सामने आने के बाद संजय दत्त के पिता सुनील दत्त के साथ के रिश्तों की चर्चा होने लगी है। आइए संजू के रिलीज से पहले हम आपको बताते हैं कि संजय का अपने पिता के साथ किस तरह का रिश्ता था।
पिता से नाराज हो किया था नशा
ये बात सभी जानते हैं कि मां नरगिस के बाद संजय दत्त अपने पिता सुनील दत्त के काफी करीब थे। संजू बाबा को नशे की लत से बाहर निकालने में भी सुनील दत्त ने अहम भूमिका निभाई थी। पिता से संजय का किस तरह का रिश्ता था इस बात का खुलासा आपने ट्रेलर देख के ही जान लिया होगा। दरअसल संजय दत्त सुनील दत्त से बहुत डरते थे। जब संजय दत्त पापा से नाराज थे तो उन्होंने पहली बार ड्रग्स ली थी। इससे ही साफ हो जाता है कि पिता कितने खास थे उनके लिए उनसे नाराजगी उनको नशे तक लेकर चली गई।
सुनील दत्त को थैंक्यू कहने से डरते थे
एक इंटरव्यू में ये संजय दत्त ने कहा था कि जब उनके पिता उनको हर परेशानी से बाहर निकाल रहे थे तो वह उनको थैंक्यू कहना चहाते थे लेकिन चाह के भी कभी नहीं कह पाए। वहीं, संजू की रिलीज की गई क्पिल से ये साफ भी हो गया है कि संजय दत्त अपने पिता तो थैंक्यू शब्द कहने से भी डरते थे, उन्होंने बड़ी ही हिम्मत जुटाकर पिता के लगे लगकर उनको थैंक्यू कहा था।
सिगरेट पीने पर पड़े जूते
संजय दत्त को कई तरह के नशों की लत थी। संजय दत्त ने बताया जब उन्होंने पहली बार छिपकर बाथरूम में सिगरेट पी थी तब अचानक से पिता सुनील दत्त आ गए और उन्हें इसके लिए उनकी जूतों से पिटाई कर दी थी।
जब लगा टेररिस्ट का आरोप
1993 मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट में पुलिस को संजय दत्त के घर पर एके-47 बरामद हुई थीं। जिसके बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया था और टेररिस्ट तक कहा था। उस समय संजय को जेल से बाहर निकलवाने के लिए सुनील दत्त ने पूरी ताकत झोंक दी थी। कहते हैं सुनील दत्त के सोर्श के कारण ही संजय को उस समय ज्यादा दिन जेल में नहीं रहना पड़ा था। वहीं, जब संजय को जेल से रिहाई मिली थी तो उन्होंने भी अपने पिता को ही सबसे पहले याद किया था। उन्होंने कहा था,पिता जी मैं आजाद हो गया! मेरे बाबू जी आज जिंदा होते, तो उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होती मेरी रिहाई की, मैं आज उन्हें सबसे ज्यादा मिस कर रहा हूं।
संजय ने बताया था पिता से अपना रिश्ता
वहीं, खुद संजय ने बताया है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, अपने पिता के कारण हूं। वे मेरी प्रेरणा हैं और मुझे हर रोज उनकी याद आती है। उनके साथ मेरे रिश्ते हमेशा अच्छे नहीं रहे लेकिन वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। काश, वे मुझे आजाद देखने के लिए और मेरे सुंदर से परिवार को देखने के लिए यहां होते। उन्हें मुझ पर गर्व होता।
पर्दे पर भी दोनों साथ आए थे नजर
सुनील दत्त की आखिरी फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' थी। इस फिल्म के माध्यम से पहली बार पिता-पुत्र (सुनील दत्त और संजय दत्त) एक साथ पर्दे पर दिखे थे हालांकि, फिल्म 'क्षत्रिय' और 'रॉकी' में भी दोनों ने साथ काम किया था लेकिन इन फिल्मों में दोनों का साथ में कोई सीन नहीं था।