म्यूजिशियन इलियाराजा ने बताया दुनिया से हिंसा खत्म करने का तरीका, कहा- स्कूलों में करना होगा ये जरूरी बदलाव
By ज्ञानेश चौहान | Published: November 27, 2019 08:43 PM2019-11-27T20:43:11+5:302019-11-27T20:44:29+5:30
इलियाराजा सात हजार से अधिक गानों को संगीतबद्ध कर चुके और पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं।
देश के महानतम संगीतकारों में शामिल और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित इलियाराजा का कहना है कि अगर दुनिया से हिंसा खत्म करना अगर चाहते हैं तो स्कूलों में हर रोज एक पीरियड संगीत का होना चाहिए। इलियाराजा ने कहा, ''कई साल पहले मैंने गोवा में ही एक समारोह में कहा था कि संगीत दुनिया से हिंसा को खत्म कर सकता है।"
इलियाराजा ने आगे कहा- आज भी मेरा यही कहना है कि अगर स्कूलों में हर रोज एक पीरियड संगीत का रखा जाए तो हिंसा कम होगी, हिंसा खत्म हो सकती है। देश दुनिया में संगीत नफरत को मिटा सकता है सात हजार से अधिक गानों को संगीतबद्ध कर चुके और पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे जा चुके इलियाराजा ने यहां कहा, '' संगीत एक खुशी है और संगीत लोगों को आत्मिक शांति और खुशी देने का भी जरिया है।''
इलियाराजा ने एक सत्र में प्रख्यात फिल्म निर्देशक और एडमैन आर बाल्की के साथ बातचीत में यह विचार व्यक्त किए। यहां 50वे अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्मोत्सव इफ्फी में 'मास्टर क्लास सत्र' के दौरान प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक आर बाल्की ने उनका परिचय देते हुए कहा,''ये इलियाराजा ही हैं जिनके संगीत ने लोगों को प्रेम करना सिखाया... जिनका उदासी भरा संगीत भी रोमांटिक होता है और उसमें डूबने का मन करता है ।''
यहां कला अकादमी में आयोजित सत्र में दर्शकों की ओर से संगीत की रायल्टी और कॉपीराइट के संबंध में पूछे गए एक सवाल का इलियाराजा ने कोई जवाब नहीं दिया । हालांकि उनकी ओर से बाल्की ने कहा कि इलियाराजा ने कभी भी रायल्टी का मुद्दा नहीं उठाया।
मीडिया रिपोर्टो के अनुसार साल 2017 में इलियाराजा ने अपने गीतों के कापीराइट को लेकर अदालत में एक मामला दाखिल किया था। साथ ही एस पी बालासुब्रमण्यम और चित्रा को अपनी संगीत रचनाओं के इस्तेमाल से रोकने के लिए उन्होंने कानूनी नोटिस भी भिजवाया था।
कला अकादमी में दर्शकों और इलियाराजा के प्रशंसकों से खचाखच भरे हॉल में सत्र के दौरान इलियाराजा ने अपने कई प्रसिद्ध तमिल गीतों को गाया जिन्हें सुनकर दर्शकों ने जोरदार तालियां और सीटियां बजाकर उनका स्वागत किया। इलियाराजा भारत के उन शुरूआती फिल्म संगीतकारों में से हैं जिन्होंने पश्चिमी संगीत को एक प्रेरणा की तरह भारतीय फिल्म संगीत का हिस्सा बनाया।