फिल्म के पोस्टर में 'मां काली' को सिगरेट पीते दिखाने पर मचा बवाल, फिल्ममेकर की गिरफ्तारी की उठी मांग, अशोक पंडित ने सुप्रीम कोर्ट से पूछा सवाल?
By अनिल शर्मा | Published: July 4, 2022 12:23 PM2022-07-04T12:23:51+5:302022-07-04T14:03:47+5:30
स्वतंत्र फिल्म निर्देशक लीना मणिमेकलाई ने 'सेंगदल' और 'मादाथी' जैसी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं। 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' हैशटैग को लेकर लीना मणिमेगालाई ने कहा कि मेरी फिल्म 'काली' इस बारे में है कि अगर काली टोरंटो की सड़कों पर घूमेंगी तो क्या होगा।
फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई की डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘काली’ के मोशन पोस्टर पर काफी बवाल मचा हुआ है। दरअसल इस पोस्टर में कथित रूप से मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। इसके साथ ही उन्हें LGBTQ समुदाय के ध्वजवाहक के रूप में पेश किया गया है। पोस्टर में मां कील को LGBTQ समुदाय का ध्वज पकड़े दिखाया गया है।
इस मोशन पोस्टर को देख सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। फिल्ममेकर अशोक पंडित से लेकर प्राची साध्वी, पत्रकार शुभांकर मिश्रा सहित कई लोगों ने इसका पुरजोर विरोध किया है और फिल्मेकर लीना को गिरफ्तार करने की मांग की है। #ArrestLeenaManimekalai हैशटैग के साथ इस पोस्टर को काफी रीट्वीट किया जा रहा है।
फिल्ममेकर अशोक पंडिता ने नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट को उसके हालिया टिप्पणी की याद दिलाते हुए ट्वीट किया है। अशोक पंडित ने लिखा, क्या सुप्रीम कोर्ट जिसने कन्हैयालाल की हत्या के लिए नुपुर शर्मा को दोषी ठहराया था, अब एक फिल्म निर्माता के इस मामले को उठाएगा जिसने हिंदू देवी (माँ काली) को गाली दी है। क्या उसे सलाखों के पीछे डालेगा। क्या अर्बन नक्सल गैंग इसकी निंदा करेगा।
पत्रकार शुभांकर मिश्रा ने पोस्टर को साझा करते हुए लिखा कि “फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई की आने वाली फ़िल्म में मां काली को LGBTQ समुदाय के ध्वजवाहक के रूप में सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। यह बेहद निंदनीय है और देश के करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है।”
फिल्म निर्माता @LeenaManimekali की आने वाली फ़िल्म में मां काली को LGBTQ समुदाय के ध्वजवाहक के रूप में Cigarette पीते हुए दिखाया गया है।
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) July 3, 2022
यह बेहद निंदनीय है और देश के करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। #ArrestLeenaManimekalaipic.twitter.com/pBacyTnzw3
इसके साथ ही प्राची साध्वी ने लिखा, जागो हिन्दुओं। हिंदू विरोधी फिल्म निर्देशक का बहिष्कार करें। ज्यादा से ज्यादा रीट्वीट करें और गिरफ्तारी की मांग करें। वहीं हरियाणा के बीजेपी स्टेट चीफ अरुण यादव ने इस फिल्म का विरोध करने की अपील की है।
#ArrestLeenaManimekalai
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 4, 2022
She belongs to the #UrbanNaxals gang & has therefore found a reason to abuse #HinduGods & #Godessespic.twitter.com/08f3waYGlv
एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, जय श्रीराम साथियों। आज यह वीडियो कनाडा में रह रहीं एक फिल्ममेकर लीना के लिए मैं बना रहा हूं। उन्होंने हमारी काली मां पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। जिसमें उनकी हिम्मत देखिए, काली मां को सिगरेट पीते हुए दिखा रही हैं। और इस डॉक्यूमेंट्री का पक्ष आगा खान म्यूजियम रख रहा है जो कनाडा में है और हिंदू विरोधी चीजों को बढ़ावा देता है। कनाडा में रह रहे साथियों से अनुरोध है कि इस फिल्म का विरोध करें। हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए।
Wake Up Hindus .
— Dr. Prachi Sadhvi (@Sadhvi_prachi) July 3, 2022
Boycott Anti Hindu Film Director .
Retweet Maximum And Demand #ArrestLeenaManimekalaihttps://t.co/Zx1zyT6dlo
पोस्टर पर मचे बवाल पर फिल्ममेकर लीना ने क्या कहा?
पोस्टर को लेकर मचे बवाल और अपनी गिरफ्तारी को लेकर ट्विटर पर चल रहे हैशटैग को लेकर लीना ने कहा है कि फिल्म एक शाम की घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जब काली दिखाई देती हैं और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं। अगर आप तस्वीर देखते हैं, तो हैशटैग 'अरेस्ट लीना मणिमेकलाई' पोस्ट न करें बल्कि हैशटैग 'लव यू लीना मणिमेकलाई' पोस्ट करें।
स्वतंत्र फिल्म निर्देशक लीना मणिमेकलाई ने 'सेंगदल' और 'मादाथी' जैसी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं। 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' हैशटैग को लेकर लीना मणिमेगालाई ने कहा कि मेरी फिल्म 'काली' इस बारे में है कि अगर काली टोरंटो की सड़कों पर घूमेंगी तो क्या होगा।
ஒரு மாலைப்பொழுது, டோரோண்டோ மாநகரத்தில காளி தோன்றி வீதிகளில் உலா வரும்போது நடக்கிற சம்பவங்கள் தான் படம். படத்தைப்பார்த்தா “arrest leena manimekalai” hashtag போடாம “love you leena manimekalai” hashtag போடுவாங்க.✊🏽 https://t.co/W6GNp3TG6m
— Leena Manimekalai (@LeenaManimekali) July 4, 2022
उन्होंने कहा, टोरंटो दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। यह एक ऐसा शहर है जहां लगभग सभी जातियां रहती हैं। यॉर्क विश्वविद्यालय यहां हर साल एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्देशक का चयन करता है और आगे के प्रशिक्षण और परास्नातक डिग्री प्राप्त करने के लिए पूर्ण छात्रवृत्ति प्रदान करता है। भले ही मुझे 2020 में चुना गया था, लेकिन महामारी और #metoo के कारण पासपोर्ट को फ्रीज कर दिया गया था। फिर मैं 2022 में ही कनाडा आ पायी हूं।