कुमार विश्वास ने किया फिल्म चिंटू का बर्थडे का रिव्यू, लिखा- सैकड़ों करोड़ खर्च करके विराट कूड़ा बनाने वालों को...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 10, 2020 02:10 PM2020-06-10T14:10:54+5:302020-06-10T14:10:54+5:30
फिल्म की बात करें तो मूवी की कहानी में बिहार के चिंटू और उसका परिवार इराक में फंसे हुए हैं, चिंटू के मां-बाप, बहन, नानी चिंटू के बर्थडे को स्पेशल बनाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इन दिनों एक से एक नायाब फिल्में और कंटेंट को पेश किया जा रहा है। इसी बीच जी5 पर एक शानदार फिल्म पेश की गई है। ZEE5 पर 'चिंटू का बर्थडे (Chintu Ka Birthday)' ने दस्तक दी है। इरान युद्ध के दौरान लगे लॉकडाउन में एक मिडिल क्लास परिवार अपने 6 साल के बेटे चिंटू का बर्थडे मनाने की तैयारी करता है। फिल्म बहुत सिंपल और परेशानियों से घिरते परिवार की है।
इस फिल्म की लोग जमककर तारीफ कर रहा है। फिल्म को काफी अच्छे रिव्यू भी मिले हैं। इसी बीच मशहूर कवि कुमार विश्वास ने भी इस फिल्म का रिव्यू किया है। कुमार को ये फिल्म काफी पसंद आई है।
कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा- ग्लोबल लोकेशन, बड़े सितारे और सैकड़ों करोड़ खर्च करके विराट कूड़ा बनाने वालों को जी5 पर “चिंटू की बर्थडे” देखनी चाहिए। विश्व की सबसे बड़ी समस्याओं का सामना करती विश्व की सबसे छोटी हैसियत की शानदार कहानी। चुस्त स्क्रीनप्ले, गमकता बिहार और गजब विनय पाठक और तिलोत्तमा शोम।
ग्लोबल लोकेशन,बड़े सितारे और सैकड़ों Cr खर्च करके विराट कूड़ा बनाने वालों को @ZEE5Premium पर “चिंटू की बर्थडे” देखनी चाहिए ! विश्व की सबसे बड़ी समस्याओं का सामना करती विश्व की सबसे छोटी हैसियत की शानदार कहानी.
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 10, 2020
चुस्त स्क्रीनप्ले,गमकता बिहार और ग़ज़ब @pathakvinay@TillotamaShome 👍 pic.twitter.com/TiDV6UbVtC
कैसी है फिल्म
'चिंटू का बर्थडे (Chintu Ka Birthday)' की कहानी मदन तिवारी और उनके परिवार की है। मदन तिवारी आरओ बेचते हैं, और इराक में रहते हैं। इस समय सद्दाम हुसैन का शासन खत्म हो चुका है और अब अचानक से अमेरिकी वहां आ चुके हैं। इसी बीच उनके बेटे चिंटू का जन्मदिन आता है, खराब हालातों में चिंटू का जन्मदिन अभी तक सही ढंग से नहीं मनाया जा सकता है।
वहीं, चिंटू छह साल का होने वाला है, और पूरी तैयारियों से जन्मदिन मनाने का प्लान है, लेकिन तभी हमले शुरू हो जाते हैंषकेक नहीं आ पाता है। साथ ही देखेंगे किस तरह से चिंटू के घर सैनिक घुस आते हैं और उसके पिता की पिटाई करते हैं। संकट घड़ी में कैसे पूरा परिवार साथ है बच्चे का छोटा सा सपना पूरा करने के पूरा परिवार लगा है। ये सब कुछ इस फिल्म में आपको देखने को मिलेगा।