बुल्ली बाई के पीछे 18 साल की लड़की है तो माफ कर दीजिए, जावेद अख्तर ने किया ट्वीट; लोगों ने कर दिया ट्रोल
By अनिल शर्मा | Published: January 6, 2022 08:52 AM2022-01-06T08:52:40+5:302022-01-06T09:19:44+5:30
बुल्ली बाई ऐप को लेकर जावेद अख्तर ने पिछले दिनों कई ट्वीट किए। बुधवार को भी उन्होंने एक ट्वीट किया जिसकी लोगों ने आलोचना की।
मुंबईः जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने बुल्ली बाई ऐप की मास्टरमाइंड 18 वर्षीय श्वेता सिंह को माफी देने की वकालत की है। मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उनकी ऑनलाइन बोली लगाने को लेकर जावेद अख्तर ने पिछले दिनों कई ट्वीट किए। बुधवार को भी उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें लिखा कि अगर इसके पीछे वाकई एक 18 साल की लड़की है तो उसके प्रति दयाभाव दिखाते हुए माफ कर देना चाहिए।
गीतकार ने अपने ट्वीट में लिखा- अगर बुल्ली बाई ऐप की मास्टरमाइंड वाकई 18 साल की लड़की है, जिसके माता-पिता की कैंसर और कोरोना से मौत हो गई थी तो उससे लोगों को मिलना चाहिए और बड़ों की तरह समझाना चाहिए कि उसने जो कुछ किया वो गलत था। दयाभाव दिखाते हुए माफ कर देना चाहिए।
If “ bully bai” was really masterminded by an 18 year old girl who has recently lost her parents to cancer n Corona I think the women or some of them meet her and like kind elders make her understand that why what ever she did was wrong . Show her compassion and forgive her .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 5, 2022
इससे पहले (4 जनवरी) को भी जावेद अख्तर ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा था, 'जब से मैंने महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाने, गोडसे के महिमामंडन और जनसंहार की अपील के खिलाफ आवाज उठाई है तब से ही कुछ कट्टरपंथी मेरे स्वतंत्रता सेनानी पूर्वज को गाली दे रहे हैं, जिनकी 1864 में कालापानी में मौत हो गई थी। इन मूर्खों को आप क्या कहेंगे?'' इससे पहले के एक ट्वीट में उन्होंने पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए थे।
बहरहाल उनके ताजा ट्वीट को लेकर लोगों ने उनकी आलोचना की। प्रखर पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा, जाने दीजिए! क्रिमिनल है पर अनाथ है बेचारी। भारत में नरसंहार के प्रोजेक्ट में लगी है पर गरीब है। फटा चीथड़ा पहनती है। घर में खाने को दाने नहीं हैं। दो जून की रोटी को मोहताज है। गलती से लड़कियों की ऑनलाइन सेल लगवा रही थी। गलती तो किसी से भी हो सकती है।
जाने दीजिए! क्रिमिनल है पर अनाथ है बेचारी। भारत में नरसंहार के प्रोजेक्ट में लगी है पर गरीब है। फटा चीथड़ा पहनती है। घर में खाने को दाने नहीं हैं। दो जून की रोटी को मोहताज है। गलती से लड़कियों की ऑनलाइन सेल लगवा रही थी। गलती तो किसी से भी हो सकती है। #BulliBaiApp
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) January 5, 2022
वहीं पत्रकार मीना कोटवाल ने भी जावेद अख्तर को जवाब देते हुए लिखा, इसपर ज्ञान क्यों नहीं देते आप कि कैसे बच्चों के दिलों में नफरत भरा जा रहा है। कैसे सिखाया जा रहा है कि मुस्लिम दुश्मन है? कैसे स्कूल में सवर्ण जाति के बच्चे दलित भोजनमाता के हाथ से बना भोजन खाने से इंकार कर दे रहे हैं? ये सब आपको नहीं दिखता बैलेंसवादी जावेद साहब?
इसपर ज्ञान क्यों नहीं देते आप कि कैसे बच्चों के दिलों में नफरत भरा जा रहा है। कैसे सिखाया जा रहा है कि मुस्लिम दुश्मन है?
— Meena Kotwal (मीना कोटवाल) (@KotwalMeena) January 5, 2022
कैसे स्कूल में सवर्ण जाति के बच्चे दलित भोजनमाता के हाथ से बना भोजन खाने से इंकार कर दे रहे हैं?
ये सब आपको नहीं दिखता बैलेंसवादी @Javedakhtarjadu साहब?
महिलाओं के प्रति यौन हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठाने वाली सुनीता कृष्णन ने लिखा, यह विश्वास करना कठिन है कि वह मास्टर माइंड हो सकती है, उसे प्रेरित करने और ऐसा करने में उसे हेरफेर करने के लिए कोई अन्य शक्ति काम कर रही होगी।
It is hard to believe she could be the master mind, there must some other force working to indoctrinate her and manipulate her in doing this.
— sunitha krishnan (@sunita_krishnan) January 5, 2022
करण कपूर नाम के एक यूजर ने लिखा कि आप संघियों की तरह व्यवहार ना करें। जवाब में लिखा, यदि आप संघियों के समान व्यवहार करने लगेंगे, तो उनमें और आप में क्या अंतर है! मुझे पता है कि जो हुआ वह सही नहीं था और अगर यह मेरी बहन या मेरी मां होती, तो शायद मैं भी उसी तरह प्रतिक्रिया करता! लेकिन हमें और अधिक करुणा की आवश्यकता है।