लॉकडाउन में खाने को मोहताज हुए बॉलीवुड के बैकग्राउंड डांसर, दो वक्त की रोटी के लिए लगा रहे मदद की गुहार
By भाषा | Published: May 20, 2020 06:54 PM2020-05-20T18:54:49+5:302020-05-20T18:54:49+5:30
इन कलाकारों के सामने अब दो वक्त की रोटी का संकट पैदा हो गया है। सैकड़ों बैकग्राउंड डांसर को ऐसा लग रहा है कि जैसे जिंदगी से संगीत और नृत्य गायब हो गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन ने फिल्मों में हीरो-हीरोइन के साथ नृत्य करने वाले कलाकारों (बैकग्राउंड डांसर) के जीवन पर बहुत बुरा असर डाला है और कड़ी मेहनत के बावजूद बेहद मामूली मेहनताना पाने वाले इन कलाकारों के सामने अब दो वक्त की रोटी का संकट पैदा हो गया है। सैकड़ों बैकग्राउंड डांसर को ऐसा लग रहा है कि जैसे जिंदगी से संगीत और नृत्य गायब हो गया है।
इन्हीं कलाकारों में एक हैं तेज, जो ‘सिने डांस असोसिएशन’ के सदस्य हैं। इस असोसिएशन में 800 सदस्य हैं। तेज बताते हैं कि जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तब वह यशराज फिल्म स्टूडियो के लिए ‘‘बंटी और बबली 2’’ के लिए एक डांस की रिहर्सल कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस रिहर्सल के लिए मुझे मार्च में 3,000 रुपए मिले थे। इसके बाद अप्रैल में सलमान खान ने 3,000 रुपए दिए थे और अमिताभ बच्चन ने बिग बाजार के 1,500 रुपए के कूपन दिए थे। यह रकम इतनी नहीं हैं जिससे काम चल सके।’’
तेज कहते हैं कि उनकी रातों की नींद उड़ गई है क्योंकि घर में सिर्फ वही कमाने वाले हैं और उन्होंने हाल ही में एक घर खरीदा है तो उसकी ईएमआई की भी उन्हें चिंता हैं। इसी असोसिएशन के अन्य सदस्य राज सुरानी कहते हैं कि इस संगठन के अनेक लोगों को मदद की दरकार है और इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए मदद मांगने का निर्णय किया। राज बताते हैं कि सोशल मीडिया पर उनके वीडियो पर रेमो डिसूजा और बोस्को जैसे नृत्य निर्देशकों का ध्यान गया।
इसके अलावा धर्मा प्रोडक्शन्स तथा रैपर रफ्तार ने भी इसे गंभीरता से लिया और मदद का भरोसा दिया है। रेमो ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से बातचीत में कहा ,‘‘ हम सब जानते हैं कि हालात वाकई में खराब हैं और फिल्म उद्योग जल्दी नहीं खुलने वाला। हमें उनकी मदद करनी चाहिए और उनके साथ खड़े होना चाहिए।’’ रफ्तार ने कहा कि वह भी उनकी मदद करना चाहते हैं। रफ्तार ने एक बयान जारी करके कहा,‘‘ मैं नृत्य समुदाय का हिस्सा रह चुका हूं और मैं समझ सकता हूं कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें किस तरह की समस्याएं पेश आ रही होंगी। मैं उनकी जैसे भी हो सके, मदद करना चाहता हूं। जिस समुदाय ने मुझे पहचान दिलाई, उसके लिए कुछ करना चाहता हूं।’’
एक अन्य डांसर कुर्नालियां बताती हैं कि एक नृत्य के लिए एक बैकग्राउंड डांसर को प्रतिदिन 4,500 रुपए मिलते हैं और रिहर्सल के लिए एक शिफ्ट में 750 रुपए मिलते हैं। वह कहती हैं,‘‘ 4,500 रुपए में से भी कुछ पैसा काट लिया जाता है और हमें 3,900 से 4,000 रुपए के बीच ही मिलता है। इस पर भी कई बार दो महीने में भुगतान होता है और हाल ही में एक फिल्म बुरी तरह पिट गई तो हमें सात माह बाद भुगतान किया गया।’’ लगभग सभी कलाकारों की यही समस्या है। अधिकतर कलाकार मुंबई से बाहर के हैं और किराए के मकानों में रहते हैं। उनका कहना है कि न तो उनके पास किराया देने के लिए पैसा है और न ही खाने पीने के लिए।