आ रही हैं बड़ी स्टारकास्ट वाली धुआंधार फिल्में, लाइन में लगे हैं एक से बढ़कर एक सुपरस्टार
By असीम चक्रवर्ती | Published: September 1, 2018 03:31 PM2018-09-01T15:31:06+5:302018-09-01T15:31:06+5:30
सितारे महंगे हुए तो फिल्म के बढ़ते बजट को ध्यान में रखकर फिल्म में एक या दो स्टार से ही काम चलाना पड़ा। अब काफी दिनों बाद कुछ निर्माताओं ने एक हौसला दिखाया है।
फिल्मकारों पर आजकल मल्टीस्टारर फिल्मों का बुखार फिर चढ़ गया है। इस मामले में करण जौहर की फिल्म ‘तख्त’ एक टर्निंग प्वाइंट बनी है। उनकी फिल्म ‘कलंक’ में भी कई सितारे हैं। मगर ‘तख्त’ की बात जुदा है। दूसरी ओर इन दिनों सिर्फ करण ही नहीं कई दूसरे निर्माताओं की भी मल्टीस्टारर फिल्में पाइपलाइन में हैं। वैसे एक दौर था जब फिल्मों में सितारों की भीड़ एक आम बात थी। फिर वक्त बदला। सितारे महंगे हुए तो फिल्म के बढ़ते बजट को ध्यान में रखकर फिल्म में एक या दो स्टार से ही काम चलाना पड़ा। अब काफी दिनों बाद कुछ निर्माताओं ने एक हौसला दिखाया है। पहले दो हीरोवाली फिल्मों से शुरुआत हुई, फिर इनमें कुछ और बड़े सितारों को जोड़ा जाने लगा। इस तरह मल्टीस्टारर फिल्मों को एक नया आधार मिला। आइए इस पूरे गणित का विस्तार से विश्लेषण करें।
‘तख्त’ के लिए भीड़
फिल्मकार करण जौहर की नई फिल्म ‘तख्त’ ने मल्टीस्टारर फिल्मों की कई सुखद यादें ताजा कर दी है। रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, विक्की कौशल, भूमि पेडनेकर, अनिल कपूर, करीना कपूर, जाह्नवी कपूर आदि सितारों से सजी ‘तख्त’ मुगलिया शासन की पृष्ठभूमि पर आधारित है। लंबे अरसे बाद अपनी फिल्मों की भव्यता को करण ने इतने सितारों के साथ एक नई चमक दी है। ट्रेड विश्लेषक आमोद मेहरा इसे करण का ओरिजनल स्टाइल मानते हैं। वह बताते हैं, ‘‘करण मल्टीस्टारर फिल्मों को बखूबी हैंडल करते हैं। अपनी पहली फिल्म ‘कुछ-कुछ होता है’ से ही उन्हें अधिक सितारों के साथ काम करना अच्छा लगता रहा है। ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘कभी अलविदा न कहना’, ‘ऐ दिल है मुश्किल’ जैसी उनकी ज्यादातर निर्देशित फिल्मों में कई सितारे थे। उनकी नई फिल्म ‘तख्त’ का उल्लेखनीय पक्ष यह है कि इसमें उन्होंने नए दौर के सितारों को ज्यादा तवज्जो दी है। जाहिर है इस परिप्रेक्ष्य में ‘तख्त’ चर्चा का केंद्रबिंदु है। पहली बार करण ने पीरियड फिल्म में हाथ डाला है, जो कतई उनका जॉनर नहीं है।’’ ट्रेड एनालिस्ट कोमल नाहटा बताते हैं, ‘‘लगता है, करण भव्यता के लिए पहचाने जाने वाले संजय लीला भंसाली के ट्रैक पर कुछ नया करना चाहते हैं। निश्चित तौर पर ‘तख्त’ उनके लिए एक बड़ा चैलेंज है। यह बात भी सच है कि यह सब्जेक्ट उनके मन का नहीं है, पर इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि करण के पास फिल्म मेकिंग का अच्छा-खासा अनुभव है। शायद उसी अनुभव के भरोसे उन्होंने इस बार मुगल तख्त की लड़ाई को अपनी फिल्म का सब्जेक्ट बनाया है।’’ सूत्र बताते हैं कि करण ‘तख्त’ के लिए काफी दिनों से मानसिक तैयारी कर रहे थे और आगे भी वह कोई कमी नहीं रखना चाहते हैं। यह फिल्म 2019 के शुरू में फ्लोर पर जाएगी। फिलहाल इसकी रिलीज डेट 2020 तय की गई है। निश्चित तौर पर ‘तख्त’ कई मल्टीस्टारर फिल्मों के लिए प्राणवायु बन सकती है।
ठग्स के सितारे
बॉक्स ऑफिस का पूरा गणित तो यही कहता है कि आमिर खान अकेले ही पांच सितारों के बराबर हैं, लेकिन उनकी नई फिल्म ‘ठग्स आॅफ हिंदुस्तान’ में उनके अलावा अमिताभ बच्चन, जैकी श्रॉफ, कटरीना कैफ, फातिमा सना शेख जैसे सितारे हैं। आमोद मेहरा कहते हैं, ‘‘आमिर की फिल्म में अरसे बाद इतनी बड़ी स्टारकास्ट की मौजूदगी इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अब आमिर अकेले दम पर कोई रिस्क उठाना नहीं चाहते हैं। वैसे ट्रेड अच्छी तरह से जानता है कि आमिर आज भी बॉक्स आॅफिस के सक्षम खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही वह इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि बिग बी भी फिल्मी ट्रेड के चतुर सुजान हैं। इसलिए क्यों न कई सितारे मिलकर इतनी बड़ी फिल्म के साथ एक सेफ साइड गेम खेलें। वैसे अपनी पिछली ‘3 इडियट्स’, ‘पीके’, ‘दंगल’ जैसी तमाम फिल्मों को आमिर ने अकेले दम पर सुपरहिट बनाया था। पर आज वक्त की नजाकत को देखते हए आमिर ने यह कदम उठाया है।’’
कलंक से शुरुआत
करण जौहर की अभिषेक बर्मन निर्देशित फिल्म ‘कलंक’ की स्टार कास्ट ने सबसे पहले दर्शकों को खूब चौंकाया था। जिस फिल्म में माधुरी दीक्षित, संजय दत्त, वरुण धवन, आलिया भट्ट, आदित्य राय कपूर, सोनाक्षी सिन्हा जैसे सितारे हों, उसे आसानी से मल्टीस्टारर कहा जा सकता है। इस प्रसंग में यह जिज्ञासा का विषय हो सकता है कि संजय और माधुरी जैसे दो एकदम विपरीत धु्रव के कलाकार आखिर एक साथ काम करने के लिए कैसे तैयार हो गए। आमोद मेहरा कहते हैं, ‘‘माधुरी और संजय के गहरे रिश्तों के बारे में सभी वाकिफ हैं, पर वह सब अब अतीत की यादें हैं। मल्टीस्टारर फिल्मों की तो यही खासियत है कि यहां व्यावहारिकता को बहुत ज्यादा अहमियत दी जाती है और करण तो इस तरह का तालमेल बिठाने में बड़े माहिर हैं। यही वजह है कि ‘कलंक’ में एक बड़ी नायाब जोड़ी अरसे बाद नजर आएगी।’’ बहरहाल 19 अप्रैल 2019 को रिलीज होनेवाली यह फिल्म अपनी शूटिंग के अंतिम चरण में है। जाहिर है ढेरों सितारों से भरी इस फिल्म पर सबकी कड़ी नजर होगी।
धमाल में धमाल
अजय देवगन, माधुरी दीक्षित,अनिल कपूर, रितेश देशमुख, ईशा गुप्ता, अरशद वारसी आदि फिल्म ‘टोटल धमाल’ को आसानी से टोटल मल्टीस्टारर फिल्म बना देते हैं। फिल्मकार इंद्र कुमार बताते हैं, ‘‘माधुरी के आने के बाद इस फिल्म से खुद ही सितारे जुड़ने लगे। मुझे इस फिल्म को पूरा करने में पूरे डेढ़ साल का वक्त लगा है। मुझे लगता है कि यह वक्त कुछ ज्यादा नहीं है।’’ इस साल के अंत में रिलीज होनेवाली यह फिल्म सफल फ्रेंचाइजी ‘धमाल’ की अगली फिल्म है।
भारत में जमघट
2019 में ईद पर रिलीज की तैयारी में जुटी अली अब्बास जफर की फिल्म ‘भारत’ की स्टारकास्ट में फेरबदल अब भी जारी है। सलमान खान के लीड रोल वाली इस फिल्म में फिलहाल सलमान के अलावा कटरीना कैफ, तब्बू और दिशा पटानी का नाम फाइनल हो गया है। देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा को जिस दबाव के चलते अंतिम समय में फिल्म से बाहर निकाला गया, वह कहानी अब पुरानी हो चुकी है। उनकी जगह आई कटरीना की स्थिति अब भी डावांडोल चल रही है। हालांकि कटरीना इस फिल्म की शूटिंग के लिए माल्टा पहुंच गई हैं। निर्देशक अली अब्बास जफर फिलहाल फिल्म को लेकर कोई खुलासा नहीं कर रहे हैं। वह कहते हैं कि ‘भारत’ एक बड़ी फिल्म है। लिहाजा इसकी स्टारकास्ट में एक संतुलन बिठाना ही पड़ेगा। कुछ और ऐसे अहम रोल हैं, जिनमें हम स्टार्स को लाना चाहते हैं। लेकिन आमोद मेहरा ऐसा नहीं मानते हैं। उनके मुताबिक सलमान की फिल्म में दूसरे सितारों के लिए कम ही गुंजाइश रहती है। सलमान की मौजूदगी के बावजूद ‘रेस 3’ को औसत सफलता मिली। इसके बाद से ही वितरक सलमान की इस फिल्म में कुछ बड़े सितारों को रखना चाहते हैं। वैसे भी अब सलमान-कैट की जोड़ी बहुत आउटडेटेड हो चुकी है। इसलिए तब्बू को लाया गया, क्योंकि उनकी एक स्टार वैल्यू है। इसी वजह से बोल्ड बाला दिशा पटानी की भी एंट्री हुई है। लेकिन अब भी संतुलन जमा नहीं है। शायद इसीलिए कैट के साथ जैकलीन फर्नांडीस को भी इस सेट-अप का हिस्सा बनाया जा सकता है।
सितारे ही सितारे
असल में इन दिनों ‘पानीपत’, ‘ब्रह्मास्त्र’, ‘शमशेरा’ जैसी कई ऐसी फिल्में हैं, जिनकी भारी-भरकम स्टार कास्ट दर्शकों के लिए सरप्राइज पैकेज की तरह है। आशुतोष गोवारीकर की फिल्म ‘पानीपत’ में संजय दत्त, कृति सनोन और अर्जुन कपूर हैं। अयान मुखर्जी की ‘ब्रह्मास्त्र’ में अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, मौनी रॉय आदि सितारे नजर आएंगे। दूसरी ओर ‘शमशेरा’ में रणबीर कपूर और संजय दत्त के साथ दो बड़ी हीरोइनों को कास्ट किया जाएगा। कुल मिलाकर अब निर्माता-निर्देशक को अपनी एकल हीरोवाली फिल्मों में दूसरे सितारों का सपोर्ट सिस्टम अच्छा लगने लगा है। इसके चलते ही दूसरे ट्रैक पर मल्टीस्टारर फिल्मों को भी अच्छा सपोर्ट मिल रहा है। खुद बड़े स्टार भी इस बात को समझने लगे हैं।
हाउसफुल 4 का जमघट
अक्षय कुमार, कृति सनोन, रितेश देशमुख, बॉबी देओल, शरद केलकर, पूजा हेगड़े, नाना पाटेकर, चंकी पांडेय, कृति खरबंदा जैसे सितारों की एक बड़ी फौज ‘हाउसफुल’ सीरीज की चौथी फिल्म ‘हाउसफुल 4’ में दिखने वाली है। वैसे इन दिनों सुपर स्टार अक्षय कुमार अकेले ही बॉक्स ऑफिस का एक बड़ा क्रेज बने हुए हैं। चूंकि फिल्म के निर्देशक साजिद खान हैं, इसलिए उनकी फिल्मों को संभालने के लिए सितारों की मौजूदगी बहुत जरूरी होती है। साजिद खुद भी इस बात को कबूल करते हैं, ‘‘मैं अमूमन सितारों के साथ ही फिल्म बनाता हूं। मेरी फिल्में टोटल टाइम पास होती हैं और सितारे इसका मुख्य आकर्षण होते हैं। इसलिए अपनी फिल्म में सितारों का जमाव मुझे पसंद है। यह फिल्म का ट्रेड रिपोर्ट काफी ठीक कर देते हैं।’