B'day Special: बारिश की वो रात जिसने बदल दी आशिकी गर्ल की जिंदगी
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: January 11, 2018 13:16 IST2018-01-11T08:36:30+5:302018-01-11T13:16:44+5:30
अभिनेत्री अनु अग्रवाल ने 1990 में आई फ़िल्म ‘आशिकी’ ने लोगों को प्यार करने का एक नया अंदाज़ सिखाया था।

B'day Special: बारिश की वो रात जिसने बदल दी आशिकी गर्ल की जिंदगी
किसी फ़िल्म की कहानी की तरह ही है, अभिनेत्री अनु अग्रवाल की कहानी। 1990 में आई फ़िल्म ‘आशिकी’ ने लोगों को प्यार करने का एक नया अंदाज़ सिखाया था।अनु ने आशिकी के बाद गजब तमाशा, किंग अंकल, द कोल्ड डोर जैसी कई फिल्मों में काम किया, उन्होंने खुद को काफी एक्सपोज भी किया। लेकिन उनकी लगातार फिल्में फ्लॉप गईं। बात में उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने ही बंद हो गए। लिहाजा कई सालों तक अनु ने गुमनामी की जिंदगी गुजारी है।
एक हादसा और अनु की बदली जिंदगी
1999 में अनु एक लेट नाइट पार्टी में खुद कार ड्राइव करके जा रही थीं। तभी बारिश का कहर भी जारी था। इसी बीच अनु का भयानक एक्सीडेंट हुआ, जिसमें न सिर्फ उन्होंने अपनी याददाश्त को दी बल्कि काफी समय तक वो कोमा में भी रहीं। इसके बाद धीरे-धीरे उनकी तबीयत में सुधार हुआ और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को पूरी तरह से अलविदा कह दिया। एक्सीडेंट के बाद अनु की पर्सनेलिटी भी ऐसी हो चुकी है, उन्हें फिल्मों में एक्ट्रेस तो दूर मां की भूमिका भी मिलना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि उनका ग्लैमर पूरी तरह से जा चुके है। अब उनके चेहरे में वो चमक नहीं रही, जिसकी बदौलत वे अपने दर्शकों के दिलों पर राज करती थीं।
बिना शादी के जी रही हैं जीवन
अनु 48 साल की हो चुकी हैं उन्होंने अब तक शादी भी नहीं की है। वे अकेले अपना जीवन गुजार रही हैं। फिल्मी दुनिया से भी उनकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है। आज अगर आप उन्हें देखेंगे तो शायद पहचान भी नहीं पाएंगे। अनु ने साल 2015 में अपनी आत्मकथा भी लिखी। इसमें उन्होंने अपनी करियर, दुर्घटना और जिंदगी से संघर्ष के बारे में लिखा है। अनु इन दिनों बिहार अपना एक योग संस्थान के चला रही हैं। उन्होंने अपने सोशल एकाउंट पर कुछ फोटोज भी शेयर किए थे। वे सोशल एकाउंट पर कम ही एक्टिव रहती हैं। अनु मुंगेर में लोगों को योग की शिक्षा देती हैं।
अनु ने लिखी किताब
अनु अपनी आत्मकथा 'अनयूजवल: मेमोइर ऑफ़ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम डेड' को लेकर दुबारा से चर्चा के केंद्र में आईं थी। यह आत्मकथा उस लड़की है जिसकी ज़िंदगी कई टुकड़ों में बंट गई थी और बाद में उसने खुद ही उन टुकड़ों को एक कहानी की तरह जोड़ा है।
अनु का बॉलीवुड करियर![]()
11 जनवरी 1969 को दिल्ली में जन्मी अनु अग्रवाल ने मॉडलिंग से कॅरियर शुरू किया।1990 में महेश भट्ट ने अपनी संगीतमय फिल्म ‘आशिकी’ में पहला ब्रेक दिया। महज 21 साल की उम्र में अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाली अनु अपने बहेतरीन अभिनय और मासूम चेहरे के बूते दर्शकों की पसंदीदा अदाकाराओं में शुमार हो गयीं। लेकिन उनका स्टारडम का ग्राफ आगे मिली फिल्मों में बढ़ने की बजाय घटता गया। उन्हें मिली ‘गजब तमाशा’, ‘खलनायिका’ ,‘किंग अंकल’, ‘बीपीएल ओए’, ‘कन्यादान’ और ‘रिटर्न टू ज्वेल थीफ’ फिल्में कब परदे पर आयीं और कब चली गयीं, पता ही नहीं चला। हिंदी फिल्मों की असफलता के बीच उन्होंने एक तमिल फिल्म ‘थिरुदा-थिरुदा’ में काम किया। एक लघु फिल्म भी उनके कॅरियर में जुड़ी, जिसने उन्हें चर्चा के केंद्र में भी ला खड़ा किया था। यह लघु फिल्म थी मणिकौल निर्देशित ‘द क्लाऊड डोर’ यानी ‘बादल द्वार’। 1996 के बाद अनु किसी और फिल्म में नहीं दिखार्इं दीं।

