Article 15 Box Office Collection Day 3: तीसरे दिन भी लोगों पर चढ़ा आयुष्मान खुराना का बुखार, फिल्म ने कमाए इतने करोड़ रुपए
By मेघना वर्मा | Published: July 1, 2019 12:48 PM2019-07-01T12:48:00+5:302019-07-01T12:48:00+5:30
पहले दिन आर्टिकल 15, कबीर सिंह के चलते कहीं छुप गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक पहले दिन आयुष्मान खुराना की फिल्म ने 10-15 प्रतिशत की ही कमाई की।
आयुष्मान खुराना हमेशा ही अलग सी और सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं। इस बार भी उनकी फिल्म आर्टिकल 15 समाज को आईना दिखाती है। लोगों को सच्चाई से रुबरु करवाने वाली इस फिल्म ने भले ही पहले दिन कुछ खास कमाई ना की हो मगर दिनों-दिन इसकी कमाई में इजाफा हो रहा है। तभी तो पहले और दूसरे दिन से ज्यादा फिल्म ने तीसरे दिन कमाई कर डाली है।
बॉक्स ऑफिस इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो तीसरे दिन आर्टिकल 15 की कमाई में उछाल देखने को मिला है। तीसरे दिन आयुष्मान खुराना की फिल्म नें कुल 7.75 करोड़ की नेट कमाई कर ली है। इस रेट को देखा जाए तो ओवरऑल इस फिल्म ने अब तक 19.75 करोड़ की कमाई कर डाली है।
वहीं पहले दिन आर्टिकल 15, कबीर सिंह के चलते कहीं छुप गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक पहले दिन आयुष्मान खुराना की फिल्म ने 10-15 प्रतिशत की ही कमाई की। वीकेंड पर पहले दिन फिल्म नें 5.02 करोड़ तक की कमाई ही कर पाई है।
हलांकि फिल्म ने अंधाधुन से ज्यादा ही कमाए है साथ ही आयुष्मान की पिछली दोनों फिल्में सुरपहिट रही हैं तो माना जा रहा है कि ये फिल्म भी देर से ही सही पर कमाल जरूर दिखाएगी। फिल्म की बात करें तो एक ऐसे मुद्दे पर बनी है, जो आपको साचने पर मजबूर कर देगी।
हर समाज में फैली विचार धारा पर गहरा प्रहार कर रही है। अभिनव सिन्हा के निर्देशन में बनी ये फिल्म काबिले तारीफ है।फिल्म में ईशा तलवार, सयानी गुप्ता और मोहम्मद जीशान अयूब जैसे कलाकर भी अहम रोल में है। फिल्म में जाति के भेदभाव के मुद्दे को उठाया गया है।
फिल्म की कहानी
उत्तर प्रदेश के लालगाँव में अप्पर पुलिस अधीक्षक के पद पर आयपीएस अफसर अयान रंजन (आयुष्मान खुराना) की नियुक्ति होती है। गाँव से अचानक 3 लड़कियां लापता हो जाती हैं। जिनमे से दो की लाश मिलती है। जैसे-जैसे अपराध की गुत्थी खुलती जाती है भारतीय वर्ण व्यवस्था की सच्चाई उजागर होती जाती है। जो अयान रंजन के लिए अपराध से बड़ी चुनौती साबित होती है।
अयान लड़कियों की मौत की सच्चाई के काफ़ी करीब होता है लेकिन उस पर दबाव बनाया जाता है।अयान इस केस को सुलझाने में जुट जाता है पर उसकी राह मुश्किलों से भरी हुई होती है। इसके अलावा वह गांव के लोगों की विचारधारा बदलने की कोशिश भी करता है। फिल्म एक गंभीर मुद्दे पर आधारित होने के बावजूद भी काफी मनोरंजन करती है।