यारियां-2 में मिजान जाफरी के ‘कृपाण’ धारण करने के तरीके से नाराज एसजीपीसी, शुरू की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 29, 2023 03:02 PM2023-08-29T15:02:21+5:302023-08-29T15:15:22+5:30
एसजीपीसी ने कहा है कि वह ‘यारियां-2’ के गीत ‘सौरे घर’ में फिल्माए गए दृश्यों पर कड़ी आपत्ति जताते हैं जिसमें अभिनेता अत्यधिक आपत्तिजनक तरीके से ‘कृपाण’ (सिख धर्म का प्रतीक) पहने हुए नजर आ रहे हैं।
चंडीगढ़: सिखों की सर्वोच्च धार्मिक इकाई 'शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति' (एसजीपीसी) ने फिल्म 'यारियां-2’ के एक गीत में अभिनेता मिजान जाफरी के ‘कृपाण’ पहनने पर कड़ी आपत्ति जतायी है। एसजीपीसी ने फिल्म निर्माताओं के खिलाफ मामले में कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वहीं, फिल्म निर्देशकों ने दावा किया है कि अभिनेता ने ‘खुकरी’ (एक प्रकार का चाकू) पहना हुआ है न कि ‘कृपाण’ और उनका किसी भी धर्म का अपमान करने का कोई इरादा नहीं है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एसजीपीसी को इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। एसजीपीसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘हम राधिका राव और विनय सप्रू के निर्देशन वाली फिल्म ‘यारियां-2’ के गीत ‘सौरे घर’ में फिल्माए गए इन दृश्यों पर कड़ी आपत्ति जताते हैं जिसमें अभिनेता अत्यधिक आपत्तिजनक तरीके से ‘कृपाण’ (सिख धर्म का प्रतीक) पहने हुए नजर आ रहे हैं और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।’’
एसजीपीसी ने आगे कहा, ‘इसने दुनियाभर में सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को काफी ठेस पहुंचायी है। अकाल तख्त साहिब की सिख आचार संहिता तथा भारत के संविधान द्वारा दिए अधिकार के अनुसार केवल दीक्षा पा चुके सिख को ही ‘कृपाण’ पहनने का अधिकार है।’
एसजीपीसी ने कहा कि वह इस मामले को सरकार के समक्ष उठाएगी। सिखों की सर्वोच्च धार्मिक इकाई ने कहा, ‘‘यह वीडियो गीत टी सीरीज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है जिसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। अगर किसी अन्य मंच ने इस वीडियो को उक्त आपत्तिजनक दृश्यों के साथ प्रकाशित किया है तो उसे भी हटाया जाए। हम सरकार तथा डिजिटल मंचों के समक्ष सभी माध्यमों से यह आपत्ति जता रहे हैं।’’
निर्माताओं की तरफ से दी गई सफाई पर एसजीपीसी ने कहा कि सिख 'किरपान' और 'खुकरी' के आकार और दोनों को अपने शरीर पर पहनने के तरीके को अच्छी तरह से जानते हैं। हम आपके अतार्किक स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए, हम इस मामले में कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं, क्योंकि संबंधित वीडियो गाना अभी भी सार्वजनिक है और लगातार सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहा है। खुकरी को ऐसा करने के लिए अधिकृत व्यक्ति (ज्यादातर गोरखा सैनिक) द्वारा बेल्ट पर पिस्तौल की तरह पहना जाता है, और इसी तरह, सिख कृपाण को गात्र (बेल्ट) पर पहना जाता है जैसे अभिनेता ने आपके सौरे घर वीडियो गीत में किया है। श्री अकाल तख्त साहिब के सिख राहत मर्यादा (आचार संहिता) के आदेश और भारत के संविधान के तहत अधिकार के अनुसार केवल दीक्षित सिख ही कृपाण पहनने के लिए अधिकृत हैं।
The Sikhs very well know the shape of a 'Kirpan' and a 'Khukri', and the way both are worn on one's body. We are not satisfied with your illogical clarification. Therefore, we are initiating the process of legal action in this case, as the concerned video song is still in public… https://t.co/rlTyXWkYGHpic.twitter.com/LsxsvK5G24
— Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (@SGPCAmritsar) August 29, 2023
सिखों की सर्वोच्च संस्था ने इस मामले में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से भी हस्तक्षेप करने की मांग की। फिल्म की निर्देशक राधिका राव और विनय सप्रू ने कहा कि उन्हें किसी भी गलतफहमी के लिए खेद है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी हालिया फिल्म ‘यारियां 2’ के ‘सौरे घर’ गीत में दृश्यों के संबंध में चिंताओं को दूर करना चाहते हैं। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि गीत में अभिनेता ने ‘खुकरी’ पहनी हुई है न कि ‘कृपाण’। फिल्म के संवाद भी यह साफ करते हैं कि यह खुकरी है। हम धार्मिक भावनाओं का पूरा सम्मान करते हैं।’’