वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉगः जबरन धर्मातरण और इमरान
By वेद प्रताप वैदिक | Published: March 26, 2019 07:09 AM2019-03-26T07:09:40+5:302019-03-26T07:09:40+5:30
सिंध विधानसभा ने इस आशय का विधेयक पारित कर दिया था लेकिन राज्यपाल ने उस पर दस्तखत नहीं किए. पाकिस्तान की एक हिंदू संस्था का कहना है कि हर साल कम से कम 1000 लोगों को जबरन मुसलमान बनाया जाता है. इमरान खान ने प्रधानमंत्नी बनते ही ऐलान किया था कि वे अल्पसंख्यकों के प्रति पूरा न्याय करेंगे.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो हिंदू लड़कियों को जबरदस्ती मुसलमान बनाने के मसले ने तूल पकड़ लिया है. हमारी विदेश मंत्नी सुषमा स्वराज ने इस घटना पर चिंता जाहिर की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्नी इमरान खान ने इस पर सिंध के मुख्यमंत्नी को कार्रवाई करने को कहा है.
हुआ यह कि 20 मार्च को 13 और 15 साल की दो हिंदू बहनों का सिंध के हाफिज सलमान नामक गांव से अपहरण किया गया, उन्हें मुसलमान बनाया गया और उनकी शादी कर दी गई. इसी तरह तीन अन्य लड़कियों का अपहरण उसी दिन हुआ और उन्हें जबरन मुसलमान बनाया गया. वे लड़कियां वीडियो में मिन्नत करती हुई दिखाई पड़ रही हैं कि उन्हें जबरन मुसलमान न बनाया जाए.
ऐसी घटनाएं अक्सर पाकिस्तान के सभी प्रांतों में होती रहती हैं. पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अमरनाथ मोटवाल के मुताबिक सिंध में हर माह ऐसी 20-25 वारदातें होती हैं. पुलिस उनकी रपट तक नहीं लिखती है. इस जबरन धर्मातरण के खिलाफ नवाज शरीफ सरकार संसद में एक विधेयक लाई थी लेकिन वह पारित नहीं हो सका.
सिंध विधानसभा ने इस आशय का विधेयक पारित कर दिया था लेकिन राज्यपाल ने उस पर दस्तखत नहीं किए. पाकिस्तान की एक हिंदू संस्था का कहना है कि हर साल कम से कम 1000 लोगों को जबरन मुसलमान बनाया जाता है. इमरान खान ने प्रधानमंत्नी बनते ही ऐलान किया था कि वे अल्पसंख्यकों के प्रति पूरा न्याय करेंगे.
क्या ही अच्छा हो कि वे संसद में कठोर कानून पास करें और प्रशासन से उसे सख्ती से लागू करवाएं. इमरान यदि वास्तव में ‘नया पाकिस्तान’ बनाना चाहते हैं तो उन्हें कानून तो बदलने ही होंगे, पाकिस्तानी जनता के दिलो-दिमाग पर भी गहरा असर डालना होगा.
मैं सोचता हूं कि पाकिस्तान को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को अपना आदर्श बनाना चाहिए ताकि पाकिस्तान इस्लामी तो रहे लेकिन एक स्वाभाविक शांत और संपन्न राष्ट्र की तरह विकसित हो सके.