ब्लॉग: ओलंपिक में गर्व की इबारत लिखता भारत
By योगेश कुमार गोयल | Published: June 23, 2023 03:01 PM2023-06-23T15:01:38+5:302023-06-23T15:02:09+5:30
भारत इस वर्ष अपने ओलंपिक अभियान के 103 साल पूरे कर रहा है. 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण सहित कुल 7 पदक भारत की झोली में डाले थे.
ओलंपिक खेलों की शुरुआत करीब 2797 वर्ष पूर्व ग्रीस में जीयस के पुत्र हेराक्लीज द्वारा की गई मानी जाती है प्राचीन ओलंपिक 776 ई.पू. से लेकर वर्ष 393 तक हर चार-चार वर्ष के अंतराल पर निरंतर आयोजित होते रहे किंतु रोमन सम्राट थ्योडॉसियस ने सन् 393 में ओलंपिक खेलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया. इस प्रकार ओलंपिक खेलों का एक बहुत लंबा अध्याय वहीं समाप्त हो गया था.
करीब 1500 वर्ष बाद फ्रांस के युवा शिक्षाशास्त्री पियरे द कुबर्तिन ने आधुनिक ओलंपिक खेलों की आधारशिला रखी और उनके द्वारा 23 जून 1894 को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना किए जाने के बाद नए रूप में 1896 से आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन शुरू हुआ. उसके बाद ओलंपिक खेल प्राचीन ओलंपिक खेलों की ही भांति हर चार वर्ष के अंतराल पर आयोजित किए जाने लगे.
आधुनिक ओलंपिक खेलों में भारत 103 वर्ष का सफर पूरा कर चुका है. भारत ने पहली बार वर्ष 1900 में ओलंपिक में हिस्सा लिया था. तब भारत की ओर से केवल एक एथलीट नॉर्मन प्रिचर्ड को भेजा गया था, जिसने एथलेटिक्स में दो सिल्वर मेडल जीते थे. हालांकि भारत ने आधिकारिक तौर पर पहली बार 1920 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था.
इस लिहाज से भारत इस वर्ष अपने ओलंपिक अभियान के 103 साल पूरे कर रहा है. 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण सहित कुल 7 पदक भारत की झोली में डाले थे. 1900 से अब तक ओलंपिक खेलों में भारत ने कुल 35 पदक जीते हैं, जिनमें 10 स्वर्ण, 9 रजत और 16 कांस्य पदक शामिल हैं. सर्वाधिक पदक भारतीय हॉकी टीम द्वारा जीते गए हैं.