भोपाल:राहुल गांधी अपने भोपाल के दो दिनों के दौरे के दौरान चार विधानसभा सीटों को साध गए हैं। दरअसल एमपी विधानसभा चुनाव में जीत का डंका बजाने के लिए कांग्रेस हर वो प्रयास कर रही है, जिससे मतदाताओं को लुभाया जा सके।
यही कारण है कि भोपाल की सात विधानसभा सीटों में से लंबे समय तक सिर्फ उत्तर विधानसभा सीट ही से कांग्रेस को संतोष करना पड़ता था लेकिन 2018 में 'वक्त है बदलाव का' के नारे के साथ राहुल गांधी के रोड शो और जनता से सवांद का असर दिखा और कांग्रेस के हाथ मध्य सीट और दक्षिण पश्चिम की सीट भी आ गई थी।
कांग्रेस की ओर से उसी प्लान को आगे बढ़ाते हुए अब एक बार फिर राहुल गांधी ने भोपाल में रोड शो किया और यहां पर उन्हें जनता का साथ भी मिला और लोगों में भी उत्साह देखने को मिला।
जनता का सैलाब और समर्थन देखकर कांग्रेस उत्साहित है। यही कारण है कि भोपाल की चार विधानसभा सीट पर राहुल गांधी ने रोड शो किया है लेकिन 2018 में राहुल के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का फैक्टर के असर भी देखने को मिला था। हालांकी इस बार पिक्चर अलग है।
राहुल गांधी अकेले ही मोर्चा संभाल रहे है। जहां उन्होंने भोपाल उत्तर,मध्य नरेला और दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीटों को कवर करते हुए रोड शो किया। इस बार कांग्रेस की नजर भोपाल की तीन सीटों को बढ़ाकर चार सीटे करने पर है।
यही कारण है कि नरेला से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज शुक्ला के समर्थन में उन्होंने जनसभा को संबोधित भी किया और कहा कि एमपी में वक्त बदलाव का है और कांग्रेस 150 से ज्यादा सीटों पर के साथ प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है।
नरेला विधानसभा में राहुल गांधी की सभा के भी अलग ही मायने है क्योंकि 2018 के चुनाव में कांग्रेस से यहां महेंद्र सिंह चौहान मैदान में थे। जिन्हें 85503 वोट मिले थे जबकि प्रदेश सरकार में मंत्री और मौजूदा बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने यहां 10,8654 मतों के साथ जीत दर्ज की थी। करीब 23 हजार वोट से कांग्रेस चुनाव में पिछड़ गई थी लेकिन इस बार मनोज शुक्ला मैदान में है और इस क्षेत्र में ब्राह्मणों का साथ और पिछड़ों का साथ अगर कांग्रेस को मिल गया तो कांग्रेस ये 23 हजार वोटों की भरपाई कर सकती है।
यही वजह है कि राहुल गांधी ने यहां सभा को संबोधित कर कांग्रेस सरकार बनने का दावा किया है। जिससे ये तो साफ है कि भोपाल की सात सीटों पर कांग्रेस बढ़ी सेंध लगाने की तैयारी में है। अब यह देखना बेहद अहम होगा की कांग्रेस को जनता का कितना साथ मिलता है।
भोपाल से आकाश सेन की रिपोर्ट